कवियों को उपनाम या उपत्यंत्र के रूप में भी जाना जाता है, जो उनके विशेषताओं, कार्यक्षमता, या उनकी रचनाओं से संबंधित होता है। यहाँ कुछ उपनामों की एक सूची है:
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सूरदास: सूरदास को “सूर” भी कहा जाता है।
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कबीरदास: कबीरदास को “संत कबीर” या “सांत” भी कहा जाता है।
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रहीम: रहीम को “रहीम दास” या “अब्दुल रहीम” कहा जाता है।
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गोस्वामी तुलसीदास: तुलसीदास को “तुलसी” या “गोस्वामी” भी कहा जाता है।
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भारवी: भारवी को “मांगल गीत” के लिए जाना जाता है।
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दिनकर: रामधारी सिंह को “दिनकर” या “विश्वकवि” भी कहा जाता है।
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अतीश: अतीश को “बच्चन” भी कहा जाता है।
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बिहारीलाल: बिहारीलाल को “बिहारी” भी कहा जाता है।
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शेख सादी: शेख सादी को “सादी” भी कहा जाता है।
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जयशंकर प्रसाद: जयशंकर प्रसाद को “बीरबाल” कहा जाता है।
[ ] कलम:-
•कलम का सिपाही :- प्रेमचंद (अमृतराय के अनुसार)
• कलम का जादूगर :- रामवृक्ष बेनीपुरी
• कलम का मजदूर :- प्रेमचंद (मदन मोहन के अनुसार)
• कलम की कारीगरी समझने वाला लेखक:- बद्रीनारायण चौधरी ‘ प्रेमघन'(आचार्य शुक्ल के अनुसार)
[ ] सखी का अवतार:-
• हितू सखी का अवतार :- श्री भट्ट
• विशाल सखी का अवतार :- हरिराम व्यास
[ ] शेक्सपियर :-
• भारत का शेक्सपियर :- कालिदास
• हिंदी का शेक्सपियर :- भारतेंदु
• भोजपुरी का शेक्सपियर :- भिखारी ठाकुर
[ ] भारत:-
• भारत प्रज्ञेन्दु :- नाथूराम शर्मा ‘शंकर’
• भारतीय लूथर :- कबीर दास
[ ] डिक्टेटर:-
• शब्दों का डिक्टेटर :- चंदबरदाई (आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के अनुसार)
• भाषा का डिक्टेटर :- कबीर दास(आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के अनुसार)
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