कीर्ति पताका का परिचय(Kirti Pataka ka parichay)
?कीर्ति पताका का परिचय?
* महाराजा शिव सिंह के समय आ हुई ।
* विषय :- राजा शिव सिंह की कीर्ति और यश का वर्णन।
* ग्रंन्थ का आरंभ:- गणेश जी की स्तुति से।
* हजारी प्रसाद द्विवेदी के अनुसार – “इस कृति में कई प्रकार के की भाषाएं हैं।गद्य में संस्कृत पदावली की अधिकता है। बीच-बीच में मैथिली की विभक्तियां व क्रियापद आते हैं। पद्य में दोहों और छप्पयों में अपभ्रंश के निकट जाने का प्रयास किया है परंतु हरिगीतिका आदि छंदों में मैथिली का पुट मिल जाता है। पद्यों में तद्भव का शब्दों का ही प्रयोग है किन्तु गद्य में तत्सम शब्दों की अधिकता है।”
https://hindibestnotes.com/---kirti-pataka-ka-parichay/ कीर्ति पताका का परिचय(Kirti Pataka ka parichay) 2024-05-29
error: Content is protected !!