◆ कैलाश वाजपेयी का जीवन परिचय ◆
◆ जन्म :- 11 नवंबर 1936,हमीरपुर (UP)
◆ मृत्यु :- 1 अप्रैल 2015,दिल्ली
◆ पत्नी का नाम :- डॉ. रूपा वाजपेयी
◆ पुत्री का नाम- अनन्या वाजपेयी
◆ प्रमुख काव्य-संग्रह :-
● संक्रांत
● देहांत से हटकर
● तीसरा अँधेरा
● महास्वप्न का मध्यांतर【स. अ. पुरस्कार – 2009】
● सूफ़ीनामा
● पृथ्वी का कृष्णपक्ष【व्यास सम्मान – 2002)
● भविष्य घट रहा है
● हवा में हस्ताक्षर
◆ पंक्तियां:-
1. सभी कुछ बदलता है
अपनी रफ़्तार से
सिर्फ़ नदी ही नहीं
पहाड़ भी
चूर-चूर हो कर बहता है
नीचे
नदी की छाती से लगा हुआ
(समागम कविता,हवा में हस्ताक्षर काव्य संग्रह से)
2.शरीर सहयोग
नहीं करता
अन्यथा
कोई क्यों मरता
(अंतत:कविता,हवा में हस्ताक्षर काव्य संग्रह से)
3. जब तुम पैदा हुए थे
तब नहीं पूछा क्यों
जब तुम मर चुके होगे
तब नहीं पूछोगे क्यों
फिर ये बीच की अवधि में
क्यों क्यों क्यों
(आदिम सवाल कविता,हवा में हस्ताक्षर काव्य संग्रह से)
4. शब्द बार- बार हमें
बासी पड़े अर्थ की
कुब्जा सतह तक ले जाते हैं
विचार- घास ढका दलदल
विचार हमें तर्क की पेंचदार
खाई में
धक्का दे आते हैं
जबकि सद्भाव
खुला आसमान है
जो आदमी अपने भाई पड़ोसी या दोस्त
या किसी की भी
जलती चिता पर खिचड़ी पकाए
उस आदमी को आदमी
क्यों कहा जाए
(सद्भाव कविता,हवा में हस्ताक्षर काव्य संग्रह से)
5.अब मेरा अस्तित्व यहां कुछ ऐसा है
जैसे ताजा कमल खौलते पानी में (संक्रांत काव्य संग्रह से)
6.मैं इन सस्ते और ऐयाश लोगों के बीच
जो सिक्के चबाते हैं और केकड़े की तरह चिपक जाते हैं
रहते रहते सोचता हूं-
क्या पड़ी थी ईश्वर को
जो बैठे बिठाए मांस के वृक्ष उगाए (संक्रांत काव्य संग्रह से)
? पढ़ना जारी रखने के लिए यहाँ क्लिक करे।