🌺 चन्द्रकान्त देवताले के काव्य संग्रह🌺
● हड्डियों में छिपा ज्वर(1973 ई.)
● दीवारों पर खून से(1975ई.)
● लकड़बग्घा हँस रहा है(1980ई.)
● भूखण्ड तप रहा है(1982 ई.)
● रोशनी के मैदान की तरफ (1982 ई.)
● आग हर चीज में बताई गई थी (1987 ई.)
● पत्थर की बैंच (1996 ई.)
● इतनी पत्थर रोशनी (2002 ई.)
● उजाड़ में संग्रहालय (2003 ई.)
● पत्थर फैंक रहा है (2011 ई.)