नागार्जुन के प्रमुख उपन्यास(Nagarjuna ke pramukh upanyas)

🌺 नागार्जुन के प्रमुख उपन्यास🌺

 

● रतिनाथ की चाची(1948ई.):-

★ नागार्जुन का पहला आंचलिक उपन्यास

● बलचनमा(1952ई.) :

★ नागार्जुन का बहुचर्चित आंचलिक उपन्यास है ।

★ इस उपन्यास का प्रमुख पात्र बलचनमा है।

● नई पौध (1953ई.):-

 

● बाबा बटेसरनाथ(1954ई.)
★ बाबा बटेसरनाथ नागार्जुन का एक विशेष शिल्प को लेकर लिखा गया उपन्यास है।

● वरूण के बेटे (1957ई.) :-

● दुःखमोचन(1957ई.):-
★ इस उपन्यास का मुख्य नायक दुःखमोचन ही है।

● कुम्भीपाक(1960ई.)

● हीरक जयंती(1962ई.):-
★ नागार्जुन का यह एक श्रेष्ठ व्यंग्य उपन्यास है।

● उग्रतारा (1963ई.) :-

● जमनिया के बाबा(1968ई.) :-

● पारो(1975ई.) :-

★ यह उपन्यास मूल रूप में मैथिली में लिखा हुआ
★ इस उपन्यास का हिन्दी रूपांतर कुलानंद – मिश्र ने किया है।

● गरीबदास
★ नागार्जुन का अंतिम उपन्यास

 

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