🌺पृथ्वीराज रासो के संबंध में विद्वानों के विचार🌺
🌺पृथ्वीराज रासो (चन्दबरदायी)[68 प्रकार के छंद]
◆ शुक– शुकी संवाद [तोता – मैना] (हजारी प्रसाद द्विवेदी ने कहा)
◆ छंदों का अजायबघर(शिवसिंह सेंगर ने कहा)
◆ हिंदी का व्रत महाभारत (दशरथ शर्मा ने कहा)
◆ राजनीति की महाकाव्यात्मक त्रासदी(डॉ.नगेंद्र ने कहा)