🌺 प्रतीक की विशेषता🌺
1. प्रतीक वस्तुतः अप्रस्तुत का स्थापन होता है।
2. प्रतीक में आरोप विषय की प्रमुखता रहती है।
3. प्रतीक अन्योक्ति मूलक होता है।
4. प्रतीक मूर्त और अमूर्त दोनों ही हो सकता है।
5. प्रतीक किसी वस्तु का चित्रांकन नहीं करता अपितु केवल संकेत द्वारा उसकी किसी विशेषता को ध्वनित करता है।
6. कम शब्दों में अधिक भावों की व्यंजना।
7. भाषा की लाक्षणिकता और व्यंजकता का विकास।
8. प्रतीक अंलकारों की भाँति किसी उक्ति को उत्कर्ष तथा सौन्दर्य प्रदान करते हैं।
9. प्रतीक कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक भावों को गति प्रदान करते हैं।