भारतेंदु युगीन काल की प्रवृत्तियां( Bharatendu Yugin kal ki pravartiya)

1. राष्ट्रीयता अथवा देशभक्ति।
2. सामाजिक चेतना के अभिव्यक्ति।
3. भक्ति भावना।
4. श्रृंगारिता।
5. हास्य व्यंग्य ।
6. अभिव्यक्ति प्रवृतियां।

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