भारतेन्दु हरिश्चंद्र के प्रमुख काव्य कृतियां(Bharatendu Harishchandra ke pramukh kaavy krtiyaan)

भारतेन्दु हरिश्चंद्र (1850-1885) हिंदी साहित्य के महत्वपूर्ण कवि, नाटककार, और पत्रकार थे। उन्हें आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह के रूप में भी जाना जाता है। उनके द्वारा रचित काव्य-कृतियों ने हिंदी साहित्य को एक नई दिशा और पहचान दी। यहाँ भारतेन्दु हरिश्चंद्र की प्रमुख काव्य-कृतियों  है:-

? भारतेन्दु हरिश्चंद्र के प्रमुख काव्य कृतियां?

● भक्त सर्वस्व

 

● प्रेम मालिका

 

● फूलों का गुच्छा

 

● जैन कुतुहल

 

● प्रेमसरोवर

 

● प्रेमाश्रु वर्णन

 

● प्रेम फुलवारी

 

● भक्तमाल उतरार्द्ध

 

● वैसाख माहात्मय

 

● प्रेम-तरंग

 

● प्रेम-प्रलाप

 

● गीत, गोविन्द

 

● सतसई-सिंगार

 

● होली

 

● मधु-मुकुल

 

● वर्षा विनोद

 

● प्रेम माधुरी

 

● विनय प्रेम पचासा

 

● कृष्णा चरित

 

● कार्तिक स्नान

 

● राग संग्रह

 

● चतुरंग बसंत होली

 

● उर्दू का स्थापना

 

● बकरी विलाप

 

● बंदर सभा

 

● नए जमाने की मुकरी

 

● हिन्दी की उन्नति पर व्याख्यान

 

◆ राजभक्ति संबंधित रचनाएँ :-

 

● राजकुमार शुभागमन वर्णन

 

● भारत भिक्षा

 

● विजय वल्लरी

 

● भारत वीरत्व

 

● विजयिनी विजय-पताका

 

● जातीय संगीत

 

● अलवरत वर्णन (अन्तर्लिपिका)

 

● श्री राजकुमार सुस्वागत पत्र

 

● काशी में ग्रहण के हित महाराजकुमार के आने के हेतु कवित्त

 

● सुमनोन्धलि

 

● मानसोपायन

 

● मनोमुकूल

 

● रिपनाष्टक

◆ भक्तिकाव्य :-

 

● कृष्ण काव्य

 

● प्रबोधिनी

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