महत्वपूर्ण निबंधों की शॉर्ट ट्रिक(mahatvapoorn nibandhon ki Short Trick )

          ◆ भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ◆

Short trick :- भारतेन्दु को एक अद्भूत अपूर्व स्वप्न आया जिसमें स्वर्ण में विचारसभा का अधिवेशन हो रहा था। अधिवेशन में पाँचवे पैगम्बर और ईश्वर विलक्षण था।

1. एक अद्भूत अपूर्व स्वप्न
2. स्वर्ण में विचार सभा का अधिवेशन
3. पाँचवां पैगम्बर
4. ईश्वर का बड़ा विलक्षण है

 

    ◆ प्रताप नारायण मिश्र ◆

Short trick :- लक्ष्मी के आँसू देखकर वृद्ध ने बात में ही कहा कि समझदार की माैत आती है।

1. लक्ष्मी
2. आँसू
3. वृद्ध
4. बात
5. समझदार की माैत है

 

       ◆ राधाचरण गोस्वामी

• Short trick :- राधा यम लोक की यात्रा करना चाहती हैं। यमपुर की यात्रा

 

       ◆ बाल मुकुन्द गुप्त

Short trick :- शिवशम्भू का चिट्ठा बाल मुकुन्द पढना चाहतें है।
शिवशम्भू का चिट्ठा

 

        ◆ बालकृष्ण भट्ट◆

Short trick :- प्रताप पीयूष से कहा कि आत्मनिर्भरता से इंग्लिश पढे़ तो बाबू होए।एक नवीन वकील ने कहा ईश्वर भी क्या ठठोला है देवताओं से हमारी बातचीत कराओ।

 

1. प्रताप पीयूष
2. आत्मनिर्भरता
3. इंग्लिश पढे़ तो बाबू होय
4. नवीन
5. वकील
6. ईश्वर भी ठठोला है
7. हमारी बातचीत

 

      ◆ महावीर प्रसाद द्विवेदी ◆

Short trick :- साहित्य की महत्ता कवि और कविता के रसज्ञ रंजन एव कवि के कर्तव्य में देखी जाती है। कालीदास का आत्मनिवेदन में म्युनिसपैलिटि के कारनामे देखे।

1. साहित्य की महत्ता
2. रसज्ञ रंजन
3. कवि
4. कवि और कविता
5. कवि के कर्तव्य
6. कालीदास का आत्मनिवेदन
7. आत्मनिवेदन
8. देव का आत्मनिवेदन
9. म्युनिसपैलिटि के कारनामे

 

    ◆ माधव प्रसाद मिश्र

Short trick :- माधव प्रसाद मिश्र ने निबन्धमाला पुष्पांजली के नाम लिखी।

1. माधव मिश्र निबन्धमाला
2. पुष्पांजली(1916ई.)

 

      ◆ सरदार पूर्णसिंह

Short trick :- सरदार पूर्णसिंह को मजदूरी और प्रेम में पूर्ण आचरण की सभ्यता से सच्ची वीरता प्राप्त होती है।

1. मजदूरी और प्रेम
2. आचरण की सभ्यता
3. सच्ची वीरता

 

     ◆ पद्म सिंह शर्मा ◆

Short trick :- पद्म पराग प्रबंध मंजरी मे ही प्राप्त होती है।

1. पद्म पराग
2. प्रबंध मंजरी

 

  ◆ चन्द्रधर शर्मा गुलेरी

Short trick :- चन्द्रधर शर्मा गुलेरी के कछुआ का धर्म मारेसि मोहि कुठांव सा था।

1. कछुआ धरम
2. मारेसि मोहि कुठांव (इसका अर्थ:- बुरी जगह पर घात करना।)

 

     ◆ शांतिप्रिय द्विवेदी ◆

Short trick :- साहित्यिकी की संचारिणी के लिए कवि और काव्य जरूरी है।

1. साहित्यिकी(1938ई.)
2. संचारिणी(1939ई.)
3. कवि और काव्य(1936ई.)

 

◆ बाबू श्यामसुन्दर दास ◆

Short trick :- भारतीय साहित्य की विशेषताऐं में समाज और साहित्य की प्रमुख विशेषता है।

1. भारतीय साहित्य की विशेषताऐं
2. समाज और साहित्य

 

        ◆ गुलाब राय ◆

Short trick :- मेरे मन की बातें जाने पर भी फिर निराशा क्यों हो, मेरी असफलताएं ठलुआ क्लब मे जाने से हुई। मेरा मकान मेरे नापिताचार्य को प्रीतिभोज तो करा सकता है परन्तु मेरी दैनिकी का एक पृष्ठ पढ़ना मुश्किल है।

1. मन की बातें (1954ई.)
2. फिर निराशा क्यों
3. मेरी असफलताएं
4. ठलुआ क्लब
5. मेरा मकान
6. मेरे नापिताचार्य
7. प्रीतिभोज
8. मेरी दैनिकी का एक पृष्ठ

  ◆पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी◆

Short trick :- अतीत स्मृति में श्रद्धांजलि के दो फूल तो छड़ा दो।

1. अतीत स्मृति
2. श्रद्धांजलि के दो फूल

 

       ◆ आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ◆

Short trick :- चिन्तामणि में लज्जा और ग्लानि ,श्रद्धा और भक्ति, लोभ और प्रीति, क्रोध, ईर्ष्या के साथ उत्साह आदि के भाव देखे जा सकते है।

1. चिन्तामणि भाग-1(1939ई.,17 निबंध, संपादक:- रामचंद्र शुक्ल)
2. चिन्तामणि भाग- 2(1945ई. 3 निबंध,संपादकः- विश्वनाथ प्रसाद मिश्र)
3. चिन्तामणि भाग -3 (1983 ई.,21 निबंध, संपादकः- नामवर सिंह )
4. चिन्तामणि भाग- 4 (2002 ई. ,47 निबंध) संपादकः- कुसुम चतुर्वेदी और ओम प्रकाश सिहं )
5. लज्जा और ग्लानि
6. श्रद्धा और भक्ति
7. लोभ और प्रीति
8. क्रोध
9. ईर्ष्या
10. उत्साह
* नोट:- सभी निबंध चिन्तामणि भाग-1में संग्रहित है।
.(5 से 10 तक)

 

 

  ◆सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला‘ ◆

Short trick :- निराला की प्रबन्ध प्रतिमा एक चाबुक के समान थी।

1. प्रबन्ध प्रतिमा
2. चाबुक

 

       ◆ महादेवी वर्मा ◆

Short trick :- क्षणदा ने साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबन्ध को श्रृखंला की कड़ियॉं के साथ जोडा।

1. क्षणदा(1957ई.)
2. साहित्यकार की आस्था और अन्य निबन्ध(1964)
3. श्रृखंला की कड़ियॉं(1942ई.)

 

              ◆ नन्द दुलारे वाजपेयी ◆

Short trick :- जयशंकर प्रसाद ने आधुनिक साहित्य में नया साहित्य नए प्रश्न के बारे में लिखा है।

1. जयशंकर प्रसाद
2. आधुनिक साहित्य में
3. नया साहित्य: नए प्रश्न

 

      ◆ जैनेन्द्र ◆

Short trick :- साहित्य का श्रेय और प्रेम सोच विचार के प्रस्तुत प्रश्न में जड़ की बात के माध्यम से कह सकते है।

1. साहित्य का श्रेय और प्रेम (1953ई.)
2. प्रेम और परिवार
3. सोच विचार(1953ई.)
4. प्रस्तुत प्रश्न (1936ई.)
5. जड़ की बात(1945ई.)

 

             ◆ रामधारी सिंह दिनकर ◆

Short trick :- हमारी सांस्कृतिक एकता मे राष्ट्रभाषा और राष्ट्रीय साहित्य देखे जा सकते है।

1. हमारी सांस्कृतिक एकता
2. राष्ट्रभाषा और राष्ट्रीय साहित्य (1958ई.)
3. अर्द्धनारीश्वर (1952ई.)
4. रेती के फुल(1954ई.)
5. उजाली आग(1956ई.)

 

        ◆ डॉ. नगेन्द्र

Short trick :- नगेन्द्र ने आलोचक की आस्था के चरण में यौवन के द्वार पर चेतना के बिम्बों का विचार किया।

1. आलोचक की आस्था (1966ई.)
2. आस्था के चरण
3. यौवन के द्वार पर
4. चेतना के बिम्ब
5. विचार और अनुभूति (1949ई.)
6. विचार और विश्लेषण (1955ई.)
7. विचार और विवेचन (1959ई.)

 

     ◆ रामवृक्ष बेनीपुरी◆

Short trick :- गेहूँ और गुलाब की खेती करने में वन्दे वाणि विनायकौ याद करते है।

1. गेहूँ और गुलाब(1950ई.)
2. वन्दे वाणि विनायकौ(1957ई.)
3. माटी की मरतें(1946ई.)

 

◆ सच्चिदानंद हीरानंद वात्‍स्‍यायन’अज्ञेय’◆

Short trick :- हिन्दी साहित्य एक परिदृश्य में सब रंग बिरंगे हो जाते है और आत्मनेपद त्रिशुंक लेकर माँ भवति का उच्चारण करता है।

1. हिन्दी साहित्य एक परिदृश्य
2. सब रंग और कुछ राग (1946ई.,कुट्टिचातन नाम से)
3. आत्मनेपद(1960ई.)
4. त्रिशुंक(1945ई.)
5. भवंति (1972ई.)
6. लिखि कागद कोरै

 

         ◆ माखनलाल चतुर्वेदी

Short trick :- माखनलाल चतुर्वेदी के साहित्य देवता के पास अमीर इरादे – गरीब इरादे लेकर सभी आते है।
1. साहित्य देवता
2. अमीर इरादे – गरीब इरादे

 

            ◆यशपाल◆

Short trick :- गाँधीवादी की शव परीक्षा के चक्कर में देखा सोचा समझा गया फिर बात – बात में बात न्याय संघर्ष तक पहुच गयी ।

1. गाँधीवादी की शव परीक्षा
2. चक्कर क्लब
3. देखा सोचा समझा
4. बात – बात में बात
5. न्याय संघर्ष

 

     ◆ विद्यानिवास मिश्र ◆

Short trick :- बंसत आ गया पर कोई उत्कंठा नही थी क्योंकि तमाल के झरोखे से मेरे राम का मुकुट भीगा रहा है और मे कदम की फूली डाल पर बैठा हुआ।

1. बंसत आ गया पर कोई उत्कंठा नही(1972ई.)
2. तमाल के झरोखे(1957ई.)
3. मेरे राम का मुकुट भीगा रहा है(1974ई.)
4. कदम की फूली डाल(1956ई.)
5. छितवन की छाँह(1953ई.)
6. तुम चंदन हम पानी(1957ई.)
7. अंगद की नियति(1984ई.)
8. शिरीष की याद आयी (1995ई.)

 

        ◆ कुबेर नाथ राय ◆

Short trick :- महाकवि की तर्जनी अंगुली से निषाद बांसुरी प्रिया नीलकंठी को रस आखेटक एव गंध मादन के साथ निषाद योग करने के लिए बजा रहा था।

1. महाकवि की तर्जनी (1969ई.)
2. निषाद बाँसुरी (1974ई.)
3. प्रिया नीलकंठी (1968ई.)
4. रस आखेटक(1970ई.)
5. गंध मादन (1972 ई.)
6. विषाद योग (1973ई.)
7. हरी – हरी दूूब और लाचार क्रोध
8. मराल(1993ई.)

       

प्रभाकर माचवे

Short trick :- प्रभाकर माचवे ने वन में खरगोश के सींग देखे ।
खरगोश के सींग (1951ई.)

 

     ◆ लक्ष्मीचन्द जैन

Short trick :- लक्ष्मीचन्द जैन बचपन मे पानी मे कागज की किश्तियॉ बनाकर चलाया करते थे।
कागज की किश्तियाँ

 

      ◆ विवेकीराय ◆

Short trick :- गाँवों की दुनिया में किसानों ने जूलुस निकाला जूलुस नया गॉव नामा में गॅवइगंध गुलाब की खेती देखकर जुलुस रूका और वह खेती देखने के आम रास्ता नही मिला फिर बैतलवा डाल पर नदी की त्रिधारा देखी ।

1. गाँवों की दुनिया(1957ई.)
2. किसानों का देश (1956ई.)
3. नया गॉव नामा (1984ई.)
4. गॅवइ गंध गुलाब (1980ई.)
5. गॅवइ गाँव की गंध
6. जुलुस रूका है(1977ई.)
7. आम रास्ता नही है (1988ई.)
8. फिर बैतलवा डाल पर (1962ई.)
9. त्रिधारा (1958ई.)

 

     ◆ शिवप्रसाद सिंह ◆

Short trick :- पर्वत के शिखरों के सेतु और कस्तुरी मृग देखी आ गया है।

1. शिखरों के सेतु(1962ई.)
2. कस्तुरी मृग(1972ई.)
3. किस – किस को नमन करू (1987ई.)

 

   ◆ निर्मल वर्मा ◆

Short trick :- निर्मल वर्मा ने कहा हर बारिश में चीड़ों पर चाँदनी होती है।

1. हर बारिश (1970ई.)
2. चीड़ों पर चाँदनी (1984ई.)
3. कला का जोखिम (1981ई. )

 

    ◆ शरद जोशी ◆

Short trick :- शरद जोशी ने सपने में देखा कि किसी बहाने मेरे पास जीप पर सवार इल्लियाँ थी।

1. जीप पर सवार इल्लियाँ
2. श्री गणेशाय नमः
3. यत्र – तत्र सर्वत्र (2000 ई.)

 

 

  ◆ हजारी प्रसाद द्विवेदी ◆

Short trick-1 :-  कल्पलता और आलोक पर्व पर साहित्य सहचर सम्बन्ध मे विचार प्रवाह के साथ विचार और वितर्क दोनों दिये ।

Short trick -2 :- देवदास ने कुटज से कहा कि नाखून क्यों बढाते हो और बंसत आ गया अशोक के फूल नही तोड़ोगे क्या।

Short trick-3 :- मेरी जन्मभूमी वर्षा घनपती से घनश्याम तक है जो मेरे घर जोड़ने की माया का काम करती है।

1. कल्पलता (1951ई.) निबंध संग्रह
2. आलोक पर्व (1972ई.) नि.स.
3. साहित्य सहचर(1965ई.)नि.स
4. विचार प्रवाह(1959ई.)नि.स
5. विचार और वितर्क (1949ई.)नि.स
6. देवदास
7. कुटज(1964ई.)नि.स
8. नाखून क्यों बढाते है
9. बंसत आ गया
10. अशोक के फूल (1998ई.)नि.स
11. मेरी जन्मभूमी
12. वर्षा – घनपती से घनश्याम तक
13. घर जोड़ने की माया

• नोट:-
1. प्रबन्ध लहरी – पदम सिंह द्विवेदी
प्रबन्ध प्रतिमा – निराला

2. कवि और कविता -महावीर प्रसाद द्विवेदी
कवि और काव्य – शान्तिप्रिय द्विवेदी

? पढ़ना जारी रखने के लिए यहाँ क्लिक करे।

? Pdf नोट्स लेने के लिए टेलीग्राम ज्वांइन कीजिए।

? प्रतिदिन Quiz के लिए Facebook ज्वांइन कीजिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

error: Content is protected !!