मिश्रबन्धुओं ने केशवदास को हिंदी का मिल्टन कहा

🌺 मिश्रबन्धुओं ने केशवदास को हिंदी का मिल्टन क्यो कहा?

👉 क्योंकि मिल्टन और केशवदास दोनों में काफी समानता थी। केशवदास संस्कृत छोड़ कर हिन्दी काव्य करने में कुछ लज्जा – सी बोध करते थे , वैसे ही मिल्टन लैटिन त्याग कर अंग्रेजी में ग्रंथ रचना करने में न्यूनता आवश्यक समझते थे। इन दोनों की अवस्था भी प्रायः बराबर थी।

* हिंदी का मिल्टन :- केशवदास

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