मैला आँचल उपन्यास के पात्रों का परिचय ( maila aanchal upanyas ke Patron ka parichay )
★ पुरुष पात्र (प्रमुख) :-
1. तहसीलदार विश्वनाथ प्रसाद
2. डॉ. प्रशांत कुमार
3. ठाकुर रामकिरपाल सिंघ
4. महंत सेवादास
5. महंत रामदास
6. कालीचरण
7. बालदेव
8. सुमरितदास
9. चलित्तर कर्मकार
10. जोतखी(ज्योतिषा)
11. खिलावन सिंह यादव
12. बावन दास(बौनदास)
★ स्त्री पात्र (प्रमुख) :-
1. कमली(कमला)
2. लछमी
3. फुलिया
4. रामपियरिया
5. ममता
★ पुरुष पात्र (गौण) :-
1. तहसीलदार हरगौरी
2. वासुदेव
3. डब्लू .जी. मार्टिन
4. प्यारू
5. लरसिंघदास
6. रामकिसुन बाबू
★ स्त्री पात्र (गौण) :-
1. परबती मौसी
2. मंगला
3. आभा रानी
★ पुरुष पात्र (प्रमुख) :-
1. तहसीलदार विश्वनाथ प्रसाद :-
◆ तत्कालीन शोषण पर आधारित व्यवस्था का प्रतीक
◆ कायस्थ टोली का मुखिया
◆ मिष्टभाषी,मिलनसार और बहुत चालाक
◆ उपन्यास के शोषण वर्ग से संबंधित पात्रों में सर्व प्रमुख
◆ मेरीगंज का सर्वाधिक प्रतिष्ठित तथा कानूनी दांव –
पेच में माहिर व्यक्ति
◆ विश्वनाथ प्रसाद 1000 बीघा जमीन का मालिक।
◆ अपनी एकमात्र संतान कमली की शादी नहीं कर पाते, जिससे कमली मानसिक रूप से रोगी हो जाती है और डॉक्टर प्रशांत कुमार का प्रेम ही उसका वास्तविक उपचार कर पाता है।
◆ लेखक ने विश्वनाथप्रसाद के चरित्र के दो अंतर्विरोधी रूप अंकित किए है :- एक पिता के रूप में वह अत्यंत स्नेहिल कोमल हृदय तथा चिंतातुर है जबकि एक जमीदार के रूप में क्रूर, स्वार्थी व अत्याचारी है।
2. डॉ. प्रशांत कुमार :-
◆ कुशल कर्मठ डॉक्टर
◆ विश्वनाथ प्रसाद की पुत्री कमली का प्रेमी पति
◆ लेखक के विचारों का प्रतिनिधि
◆ मेरी गंज की पीड़ित मानवता से जुड़ता है।
◆ मलेरिया पर शोध करता है।
◆ गांव वासियों को चिकित्सा प्रदान कर जीवनदान देता है।
◆ डॉ प्रशांत द्वारा हैजे के रोग से आस-पास के गांव वालों को बचा लिया जाता है, तो लोग उसको देवता कहकर प्रशंसा करने लगते हैं।
◆ डॉ प्रशांत की अखिल भारतीय मेडिकल गजट में प्रकाशित रिपोर्ट की भारत के पांच प्रख्यात डाक्टरों द्वारा सराहना की जाती है।
◆ डॉ प्रशांत जब मेरी गंज में आता है तो उसकी पहली मरीज कमली ही होती है। कमली को हिसटिरिया की बीमारी है।
3. ठाकुर रामकिरपाल सिंघ :-
◆ राजपूत टोला का प्रमुख व्यक्ति
◆ अनपढ़ किंतु चतुर पुरुष
4. महंत सेवादास:-
◆ मेरीगंज के मठ का विलासी
◆ अंधा महंत
◆ कोठारिन दासी लछमी के साथ अवैध संबंध
5. महंत रामदास :-
◆ महंत सेवादास का शिष्य
◆ बाद में मेरी गंज के मठ का महंत
◆ दुर्बल चरित्र वाला व्यक्ति
6. कालीचरण :-
◆ उपन्यास का सर्वाधिक साहसी तथा कर्मठ व्यक्ति
◆ दुर्बलों का सहायक
◆ युवा शक्ति का प्रतीक
◆ उसे कांग्रेस पार्टी से ज्यादा कार्यकर्ताओं में सोशलिस्ट पार्टी आकर्षित करती है ।
◆ वह शहीद भगत सिंह से प्रभावित है।
◆ संवेदनशील प्रेमी
◆ दरभंगा के प्रसिद्ध डॉक्टर
◆ मंगला उसे अच्छी लगती है लेकिन उसे चार हाथ की दूरी वह बनाए रखता है।
7. बालदेव :-
◆ कांग्रेस का कर्मठ कार्यकर्ता
◆ अशिक्षित, मूर्ख और निर्धन व्यक्ति
◆ लछमी के प्रति अनुराग भाव रखता है।
◆ स्वतंत्रता सेनानी
◆ देश भक्ति में इन्होंने यातनाएं भी सही और कारावास भोगा का है।
◆ स्वभाव सीधा और भोला।
◆ ईमानदार एवं मानवता से प्रेम करने वाला
◆ गांव का हित चाहने वाला
◆ भ्रष्टाचार बंद करता है।
◆ अस्पताल बनाने में आगे बढ़कर योगदान करता है।
◆ कालीचरण बालदेव को कामरेड कहकर नमस्कार करता है।
◆ बालदेव के बचपन में मां – बाप की मृत्यु हो गई थी और उपेक्षा से लोग उसे ‘टुखा’ कहकर पुकारते थे।
◆ बचपन में आजोधी भगत की भैंस चराता था।
◆ बालदेव मौसी मेरीगंज में रहती है बालदेव उसी के पास रहने लगता है।
◆ बालदेव का उद्देश्य :- मेरीगंज को अपने गांव चन्नन पट्टी की तरह उन्नत बनाना।
◆ मेरीगंज में राजनीतिक गतिविधियां प्रारंभ करने वाला।
◆ बालदेव ने जब गांधी का वध का समाचार सुना तो रघुपति राघव राजा राम गाते – गाते बेहोश हो गया।
8. सुमरितदास:-
◆ मेरी गंज में बेतार के तार की भूमिका निभाने वाला
प्रमुख व्यक्ति
9. चलित्तर कर्मकार :-
◆ साहसी डकैत
◆ भूमिगत क्रांतिकारी
◆ वर्ग संघर्ष में यकीन रखने वाला
10. जोतखी(ज्योतिषा):-
◆ कूप मंडूक पंडित ओझा
◆ इन्होंने अपने जीवन में चार – चार औरतों से शादी की थी।
11. खिलावन सिंह यादव:-
◆ यादव टोली का प्रमुख
12. बावन दास(बौनदास) :-
◆ डेढ़ हाथ की ऊंचाई , रंग सांवला, मोटे होठ
◆ चौका देने वाली मोटी भोडी आवाज का धनी व्यक्ति
◆ गांधी जी का अनन्य भक्ति
◆ कांग्रेस कार्यकर्ता
◆ वह गांधीवादी जीवन – मूल्यों पर जीवंत प्रतीक है।
◆ बावनदास की जघन्य हत्या, सामान्यजन की दुर्दशा
को प्रतीक रूप से उद्घाटित करती है।
◆ कांग्रेस का प्रचार कार्य करने के लिए मेरीगंज में बौन दास नामक कार्यकर्ता आ जाता है उसके बारे में प्रसिद्ध है कि उसने 1942 में गोरी मिलिट्री को बहुत छकाया था।
◆ चंदे के रुपए में से दो आने की जलेबियां खाली थी तो वह फूट-फूटकर रोए था और दो दिन उपवास करके आत्म शुद्धि की थी।
◆ तारावती देवी के प्रति कामातुर हो जाने के पाप का प्रायश्चित करने उसने सात दिन का उपवास करके किया था।
◆ यह बौना और कुरूप आदमी अपनी त्याग, तपस्या देश के प्रति निष्ठा और श्रेष्ठ मानवीय मूल्यों के आस्था के कारण इतना महान बन जाता है कि उसका ‘बामन’ नाम सार्थक हो जाता है।
◆ बावन दास को गाड़ियों के द्वारा कुचल दिये जाने के बाद कापरा ने उसको भारत – पाकिस्तान की सीमा पर फिकवा दिया।
★ स्त्री पात्र (प्रमुख) :-
1. कमली(कमला):-
◆ विश्वनाथ प्रसाद की पुत्री
◆ डॉ.प्रशांत की प्यासी पत्नी
◆ यह युवा और प्रेम की प्यासी है
◆ कमली संपत्तिशाली वर्ग की स्त्री है।
◆ डॉ. प्रशांत के प्रेम बंधन में बांधकर उसका उपचार
होता है।
◆ कमली अत्यंत संवेदनशील और प्रबुद्ध है।
◆ डॉ प्रशांत की परीक्षा प्रतीक्षा में वह काफी साहित्य
पढ़ती है।
◆ शरतचंद्र और बंकिमचंद्र जैसे तमाम बंगाली लेखक उसे अच्छे लगते हैं जिनकी रचनाएं पढ़ – पढ़ कर वह रोती भी है ।
◆ कमली उन भारतीय स्त्रियों की प्रतिनिधि चरित्र है जो प्रेम के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर सकती है ।
◆ वह डॉक्टर प्रशांत को भी जी जान से प्यार करती है और उसके प्रेम में कुंवारी मां बनने में भी उसे लाज, संकोच या भय नहीं है।
◆ डॉ प्रशांत कमली के दिल की बीमारी को नहीं समझने का कमली ने डॉ. प्रशांत को ”मिट्टी का माधव” करने लगती है।
◆ कमली डॉ. प्रशांत को प्राणनाथ संबोधित करते हुए प्रतिदिन पत्र लिखती है और उन्हें फाड़ती रहती है।
2. लछमी:-
◆ लछमी अबोध बालिका जो मठ पर पालने – पोसने, पढ़ाने – लिखाने के लिए महंत सेवादास द्वारा लाई गई, लेकिन जिसने उसके किशोरावस्था पहुंचते ही उसका दैहिक शोषण आरंभ कर दिया और बेचारी लछमी वह इस शोषण महंत से घृणा भी नहीं कर सकती क्योंकि वह उसका अन्य भक्षकों से रक्षक है और उसके जीवन का आधार व सहारा भी है।
◆ वह सेनानी बालदेव से प्रेम करती है और और उसके प्रेम बंधन में बंद कर उसके साथ में लगती है।
◆ लछमी दासिन है।
◆ मेरीगंज मठ की सबसे प्रमुख आकर्षक और संवेदनशील पात्र।
◆ सेवादास इसको मठ की कोठारिन बना दिया ।
◆ वह दासिन और गृहिणी दोनों रूप में
◆ एकनिष्ठ,पवित्र, सत्य तथा धर्म का पालन करने वाली।
◆ अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठा और पूर्ण समर्पण का भाव।
◆ लछमी की व्यक्तित्व में संवेदनशीलता, समझदारी व दबंगता के गुण है।
3. फुलिया :-
◆ यह पूर्णिया स्टेशन से गांव आती है तो उसके रंग ढंग बदल चुके होते हैं।
◆ सहदेव फुलिया से प्रेम करता है।
4. रामपियरिया :-
◆ महंत रामदास की दासिन
5. ममता(डॉ.ममता श्रीवास्तव) :-
◆ कालीचरण की पुत्री
◆ वह दरभंगा के प्रसिद्ध डॉक्टर की पुत्री
◆ डॉ प्रशांत की सहपाठिनी
◆ यह डॉ.प्रशांत को प्रेरणास्पद पत्र लिखती रहती है।
◆ बहुत ही उदार और स्नेहपूरित
◆ डॉ. प्रशांत को बहुत स्नेह करती है।
◆ आधुनिक और आस्थावान सेवाभाव के भरी
युवती
◆ समाज सेवा उसके जीवन का लक्ष्य
◆ पटना की महिला समाज सेविकाओं में ममता का नाम सबसे पहले लिया जाता है।
◆ यह डॉ.प्रशांत – कमली के पुत्र का नामकरण करती है – ‘कुमार नीलोत्पल’
★ पुरुष पात्र (गौण) :-
1. तहसीलदार हरगौरी :-
◆ शिवशंकर सिंह के पुत्र
◆ विश्वनाथप्रसाद द्वारा तहसीलदार से त्यागपत्र दे दिए जाने पर हरगौरी को नया तहसीलदार बनाया गया ।
◆ विश्वनाथ की बहन के खेत से धान लूटते संथलों और ग्रामवासियों में जमकर संघर्ष होता है इस संघर्ष में हरगौरी की मृत्यु हो जाती है।
2. वासुदेव :-
◆ कालीचरण का दाहिना हाथ
◆ समाजवादी कार्यकर्ता
3. डब्लू .जी. मार्टिन :-
◆ मेरीगंज गांव के नये नामकरण सूत्रधार अंग्रेज
◆ इनकी प्रेरणा से गांव में मलेरिया सेंटर खुला।
◆ गांव में नील की खेती के लिए कोठी बनवाई और गांव का नाम बदलकर डब्लू .जी. मार्टिन ने नई नवेली दुल्हन मेरी के नाम पर रखा :- ‘मेरी गंज’
4. प्यारू :-
◆ डॉ प्रशांत का कर्मठ सेवक
5. सोमा जट :-
◆ खुंखार व्यक्ति(डाकू)
◆ कालीचरण का साथी
◆ यह कालीचरण की पार्टी का मेंबर बनने की इच्छा व्यक्त करता है।
6 . लरसिंघदास :-
◆ कामुक एवं धूर्त साधु
7. रामकिसुन बाबू :-
◆ कांग्रेस कार्यकर्ता
★ स्त्री पात्र (गौण) :-
1. परबती मौसी:-
◆ ग्रामीण वासियों के अंधविश्वास की शिकार
विधवा नारी
◆ गांव की स्त्रियों द्वारा डायन समझना
2. मंगला :-
◆ चर्खा सेंटर की सहृदय मास्टरनी
◆ मंगल को टाइफाइड हो जाता है।
◆ हैजे के दिनों में मंगला ने सारे गांव की सेवा की थी किंतु उसकी बीमारी के दिनों में चिचाए की मां को छोड़कर कोई नहीं उसके पास नहीं बैठता है।
◆ भारत माता पर चँवर डुलाने का कार्य मंगला को करना चाहिए।(कालीचरण का प्रस्ताव)
3. आभा रानी :-
◆ कांग्रेस कार्यकर्त्री
maila aanchal upanyas maila aanchal upanyas ke Patron ka parichay Patron ka parichay आभा रानी कमली(कमला) कालीचरण खिलावन सिंह यादव चलित्तर कर्मकार जोतखी(ज्योतिषा) ठाकुर रामकिरपाल सिंघ डब्लू .जी. मार्टिन डॉ. प्रशांत कुमार तहसीलदार विश्वनाथ प्रसाद तहसीलदार हरगौरी परबती मौसी पात्रों का परिचय पुरुष पात्र (गौण) प्यारू फुलिया बालदेव बावन दास(बौनदास) मंगला ममता महंत रामदास महंत सेवादास मैला आँचल उपन्यास मैला आँचल उपन्यास के पात्रों का परिचय ( maila aanchal upanyas ke Patron ka parichay ) रामकिसुन बाबू रामपियरिया लछमी लरसिंघदास वासुदेव सुमरितदास स्त्री पात्र (गौण) स्त्री पात्र (प्रमुख) 2021-05-10
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