क्र.स. |
उपन्यास |
उपन्यासकार |
प्रकाशन |
1. |
देवरानी जेठानी की कहानी |
पं.गौरी दत्त शर्मा |
1870ई. |
2. |
परीक्षा गुरू |
लाला श्रीनिवास दास |
25,नवम्बर 1882ई. |
3. |
गोदान |
मुंशी प्रेमचन्द |
1936ई. |
4. |
शेखर एक जीवन(भाग-1)(प्रथम भाग का नाम -उत्थान) |
अज्ञेय |
1941ई. |
5. |
बाणभट्ट की आत्मकथा |
आ.हजारीप्रसाद द्विवेदी |
1946ई. |
6. |
मैला आँचल |
फणीश्वरनाथ रेणु |
9 अगस्त 1954(समताप्रकाशनद्वारा) |
7. |
झूठा – सच |
यशपाल |
पहला भाग(1958) – वतन और देशदुसरा भाग(1960) – देश का भविष्य |
8. |
मानस का हंस |
अमृत लाल नागर |
1972ई. |
9. |
राग दरबारी |
श्रीलाल शुक्ल |
1968ई. |
10. |
आपका बंटी |
मन्नू भण्डारी |
1970ई.(16 भागों में विभक्त) |
11. |
धरती धन ना अपना |
जगदीश चन्द्र |
1972ई. |
12. |
तमस |
भीष्म साहनी |
1973ई. |
13. |
जिन्दगीनामा |
कृष्णा सोबती |
1979ई. |
क्र.स. |
उपन्यास |
पात्र |
विषय |
1. 1 |
देवरानी जेठानी की कहानी(हिन्दी का प्रथम उपन्यास) |
लाला सर्वसुख,मुंशी टिकत नारायण,हरसहायकाबली,बड़ी बेटी(पार्वती)छोटी बेटी(सुखदेई)बड़ी बेटा(दौलतराम)छोटी बेटा(छोटेलाल) |
बाल विवाह में फिजूलखर्ची,परिवार में अलगाव,बँटवारा,स्त्रियों की आभूषण प्रियता,शिक्षा,स्त्री शिक्षा को बढ़ावा,माँ- बाप का प्यार, बहुओं कीसमस्या तथा एक कटुम्ब की कहानी आदि। |
2. |
परीक्षा गुरू(हिन्दी का मौलिक प्रथम उपन्यास |
लाला मदनमोहन, कामनी,बृजकिशोर, प्रियंवदा,मुंशी चुन्नीलाल,मास्टर शम्भूदयाल,पुरुषोंत्तम,हकीम अहमद हुसैनबाबू वैद्यनाथ |
व्यापार वाणिज्य की जो निरन्तर बढ़ती हुई शक्ति है,वह चापलूसोंऔर सामन्ती अविवेकी से घिरी हुई है। भारत में ऐसी कुप्रवृत्तियों से युक्त कराना होगा। |
3. |
गोदान(किसान जीवन की समस्याओं, दुःखों और त्रासदियों पर लिखा गया महाकाव्य) |
धनिया,गोबर,झुनिया,महाजन,साहूकार,जमींदार,अफसर,पटवारी,सोना,रूपा,रायसाहब,दातादीन, मेहता,मालती,होरी |
इसमें गाँव और शहर के आपसी द्वन्द्व, भारतीय ग्रामीण जीवन के दुःख, गाँवों के बदलते ,टूटते,बिखरते – यथार्थ तथा जमींदारीके जंजाल से आतंकित किसानों की पीड़ा का मार्मिक चित्रण। |
4. |
शेखरएकजीवनी(भाग-1)मनोवैज्ञानिक एवं जीवनी प्रधान उपन्यासपूर्व दीप्ति पद्धति(फ्लैशबैक) |
शेखर,सरस्वती,शरदा,शशि,शान्ति,शेखर की मा. |
शेखर की माँ शेखर व्यक्ति के ‘स्व’ की खोजका प्रतीक है। शेखर जागरुक,स्वतंत्र अपने एवं समाज के प्रतिईमानदार होने की माध्यम से बालपन पर पड़ने वाले काम,अहं और भय का प्रभाव। |
5. |
बाण भट्ट की आत्मकथा(आत्मकथात्मक शैली) |
बाणभट्ट,निपुणिका,महामाया, अघोरभैरव,सुचरिता |
मूल केन्द्र – नारी सम्मान की रक्षा का भाव, इसमें हर्षकालीन सभ्यता एवं संस्कृति का जीवन दस्तावेज। |
6. |
मैला आँचल(आंचलिक उपन्याय)(पूर्णिया जिले के मेरीगंज गांव का वर्णन) |
डॉ.प्रशान्त बनर्जी, कमली,विश्वनाथ आनंन्द,बावनदास,बालदेव,लछमी( कुल पात्र–256) |
गाँव की विस्तृत तथा समग्र कथा इस प्रकार कही गई कि अंचल ही नायक बन गया है। |
7. |
झूठा – सच (दोभाग)(भारत के विभाजन की पृष्ठभूमि पर लिखा उपन्यास) |
जयदेवपुरी,तारा,कनक,मार,रामलुभाया, पं.गिरिधारीलाल,डॉ. प्राणनाथ,शीला नैयर,सूद,उर्मिला,सोमनाथ,असद,कर्मचन्दकशिरा,दौलूमामा,महाजन,कृष्ण नारायण,मेहर,डॉ. श्याम |
उद्देश्यः- पाठकों के सामने विभाजन त्रासदी का एकचित्रण प्रस्तुत करना। |
8. |
मानस का हंस(तुलसीदास जीवनी चरित्र पर आधारित उपन्यास) |
तुलसीदास,रतना,पं.दीनबन्धु, मैनाकहारिन,बतासो,संत बेनीमाधव,रामूद्विवेदी,पं.गणपति,श्यामोकीबुआ,पर्वती,नन्हुक,मानकू,मोहनी |
उद्देश्यः-अनास्था और अविश्वासके दौर में भारतीय आस्था औरविश्वास के स्वर बिखेरना। |
9. |
रागदरबारी[व्यंग्य शैली][शिवपालगंज गाँव का वर्णन] |
बैदजी,रंगनाथ जी,रूप्पन बाबू,बद्री नारायण,सनीचर(मंगलदास), गयादीन,बेला,मास्टर मोतीराम,खन्ना मास्टर,लंगड राधेलाल,जोगनाथ |
भारतीय शासन व्यवस्था एवं व्यक्ति में व्याप्त,धोखाधड़ी,भ्रष्टाचार,वंशवाद,जातिवाद इत्यादि को उभारा गया। |
10. |
आपकाबंटी(बाल मनोवैज्ञानिक उपन्यास) |
अजय,शकून,बंटी,मीरा,डॉ.जोशी,वकील चाचा,टीटू,अमि,जोत,प्रमिला,चीनूफूफी,कुन्नीफूफी |
उपन्यास का प्रारम्भ शकुन और बंटी के भावात्मक के साथ होता है। इस उपन्यास के केन्द्र में बंटी है जो पारिवारिक विसंगति का विचार है। |
11. |
धरती धन ना अपना(पंजाब के होशियारपुर जिले के दोआब क्षेत्र के घोड़ेवाहा गाँव के दलित समाज पर आधारित उपन्यास)लेखक ने यह उपन्यास सोम आनन्द को समर्पित किया है। |
काली,ज्ञानों,प्रतापी,जस्सोमंगू,चौधरी,हरनामसिंह,छज्जूशाह,बिशनदास,निहाली,जीतू,निक्कू,मुशी,शिवाराम,पं.संतराम,अमरू,सिद्ध,दीनू,लच्छो,नाहरसिंह,नंदसिंह,पालो,संतासिंह |
इसमें काली और ज्ञानो की प्रेम कथा है तथा पूंजीवादी सभ्यता द्वारा किस तरह हरिजनों का शोषण होता है इसे दर्शाने की कोशिश की गई है। |
12. |
तमस(दोभाग)भारत पाकिस्तान विभाजन पर आधारित |
नत्थू, मुरादअली,बख्शीजी,महेता,देसराज,मास्टररामदास,कश्मीरीलाल,जरनैलसिंह,लीजा,शंकरलाल,रिचर्ड,वानप्रस्थी,प्रधान,रणवीर,देवव्रतमास्टर,हयातबख्श,मौलादादशाहनवाज,रघुनाथ,मिलखी,देवदत्तइब्राहीमइत्रफरोश,इन्द्र,हरनामसिंह,बंतो, तेजसिंह,राजोसोहनसिंह,सीरदादअल्लाहरक्खा,प्रकाशो |
उपन्यास की कथावस्तु ,1977 में पंजाब में हुए भयानक साम्प्रदायिक दंगो पर आधारित है। |
13. |
जिन्दगीनामा |
शाहजी,शाहनी,काशीशाह,लालीशाह,बिन्द्रादई, सलामतअली,राबयाँ,नज़ीरमेहरअली,करतारअली,दिलबाग, चन्नी,नेसी,रेश्मा,चौधरीफतेहअली,मुहम्मदीन |
कथ्य और शिल्प का नया प्रतिमान,जिसमें कथ्य और शिल्प हथियार डालकर जिंदगी को आंकने की कोशिश करते है। |
बहुत सुन्दर
धन्यवाद जी
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लाजवाब
बहुत बहुत आभार sir
धन्यवाद सर जी
साधुवाद
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Thanks
Very nice
Thanks