🌺 हिन्दी में सर्वप्रथम 🌺
◆ हिन्दी का प्रथम कवि :- सरहपाद (9वीं शताब्दी)
◆ हिन्दी की प्रथम रचना :- श्रावकाचार (देवसेन)
◆ हिन्दी का प्रथम मौलिक नाटक :- नहुष (गोपाल चन्द्र)【भारतेंदु हरिश्चंद्र के अनुसार】
◆ हिन्दी का प्रथम मौलिक नाटक :- आनन्द रघुनंदन(महाराजा विश्वनाथ सिंह)【आ.रामचंद्र शुक्ल के अनुसार】
◆ हिन्दी का प्रथम मौलिक निबंध :- राजा भोज का सपना(शिव प्रसाद सितारे हिन्द)
◆ हिन्दी का प्रथम उपन्यास :- परीक्षागुरु (1882 ई.,श्रीनिवास दास)
◆ हिन्दी का आख्यायिकी शैली का प्रथम उपन्यास :-श्यामा स्वप्न (1888ई., ठाकुर जगमोहन सिंह)
◆ हिन्दी का प्रथम ऐतिहासिक उपन्यास :- हृदयहारिणी (1904 ई.,किशोरी लाल गोस्वामी)
◆ पत्रात्मक प्रविधि में लिखा गया हिन्दी का प्रथम उपन्यास :- चन्द हसीनो के खतूत(1924 ई., पं. बेचने शर्मा ‘उग्र’)
◆ हिन्दी का प्रथम जीवनीपरक उपन्यास :-भारती का सपूत( 1954 ई., डॉ. रांगेय राघव) 【भारतेन्दु हरिश्चन्द्र पर】
◆ ब्रिटिशकालीन भारतीय इतिहास पर आधारित प्रथम उपन्यास :- झॉसी की रानी(1946ई., वृन्दावन लाल वर्मा)
◆ हिन्दी की प्रथम आत्मकथा:- अर्द्धकथानक (बनारसी दास जैन)
◆ हिन्दी की प्रथम जीवनी :- दयानन्द दिग्विजय (1881 ई.,गोपाल शर्मा)
◆ हिन्दी का प्रथम रिपोर्ताज :- लक्ष्मीपुरा(1938 ई., रूपाभ पत्रिका में, शिवदान सिंह चौहान)
◆ हिन्दी का प्रथम यात्रा संस्मरण :- लन्दन यात्रा (महादेवी वर्मा)
◆ हिंदी में प्रथम संस्मरण :- हरिऔंध का संस्मरण (बालमुकुंद गुप्त)
◆ हिन्दी का प्रथम यात्रा वृत्तांत:- सरयू पार की यात्रा(1871ई. ,भारतेन्दु)
◆ हिन्दी की प्रथम मौलिक कहानी :- इन्दुमती (1900ई.,सरस्वती पत्रिका में, किशोरी लाल गोस्वामी)【आ. रामचंद्र शुक्ल के अनुसार】
◆ हिन्दी की प्रथम वैज्ञानिक कहानी:- चन्द्रलोक की यात्रा (1900ई.,केशव प्रसाद सिंह)
◆ पूर्वदीप्ति(फ्लैशबैक)शैली पर आधारित हिंदी की प्रथम कहानी:- उसने कहा था (1915ई. , सरस्वती पत्रिका में, चन्द्रधरशर्मा ‘गुलेरी’)
◆ हिन्दी का प्रथम गद्य काव्य :-साधना (राय कृष्ण दास)
◆ हिन्दी की प्रथम अतुकान्त रचना:- प्रेमपथिक (जयशंकर प्रसाद)
◆ हिन्दी छायावाद का प्रथम काव्य संग्रह :- झरना (जयशंकर प्रसाद)
◆ शुद्ध एवं परिमार्जित खड़ी बोली के प्रथम लेखक:- राम प्रसाद निरंजनी
◆ हिन्दी खड़ी बोली का प्रथम गद्य ग्रन्थ :- भाषा योगवाशिष्ठ
◆ हिन्दी खड़ी बोली के प्रथम प्रतिष्ठित कवि:- अमीर खुसरो
◆ हिन्दी खड़ी बोली का प्रथम काव्य ग्रन्थ:-एकांतवासी योगी (श्रीधर पाठक)
◆ हिन्दी खड़ी बोली गद्य की प्रथम रचना:- चन्द छन्द बरनन की महिमा (गंग कवि)
◆ हिन्दी साहित्य का प्रथम महाकाव्य:- पृथ्वीराज रासो (चन्दबरदाई)
◆ हिन्दी का प्रथम बड़ा महाकाव्य:- पद्मावत (जायसी)
◆ हिन्दी खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य:- प्रिय प्रवास (हरिऔध)
◆ हिन्दी साहित्य का प्रथम महाकवि:-चन्दबरदाई
◆ हिन्दी खड़ी बोली का प्रथम महाकवि:- हरिऔध
◆ हिन्दी खड़ी बोली का प्रथम समर्थ कवि/ आधुनिक काल में हिंदी खड़ी बोली का प्रथम कवि :- श्रीधर पाठक
◆ दक्षिण भारत में हिन्दी खड़ी बोली में साहित्य सृजन करने वाले प्रथम साहित्यकार : – मुल्ला वजही(सबरस)
◆ हिन्दी में ‘प्रयोगवाद’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोगकर्ता :- नन्द दुलारे बाजपेई
◆ हिन्दी का प्रथम गीतिनाट्य :- करुणालय (1912ई., जयशंकर प्रसाद)
◆ हिन्दी में दोहा चौपाई का सर्वप्रथम प्रयोगकर्ता:- सरहपाद
◆ हिन्दी रीतिकाव्य का प्रथम ग्रन्थ :-हिततरंगिनी (कृपाराम)
◆ हिन्दी का प्रथम अभिनीत नाटक :- जानकी मंगल (शीतला प्रसाद त्रिपाठी)
◆ गीति काव्य शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग :- कुसुममाला’ की भूमिका में (लोचन प्रसाद पाण्डेय)
◆ हिन्दी का प्रथम एकांकी:- एक घूँट (1915,जयशंकर प्रसाद)
◆ पाश्चात्य शैली के अनुकरण के आधार पर हिन्दी का प्रथम एकांकी:- कारवाँ (भुवनेश्वर)
◆ हिन्दी काव्यशास्त्र की प्रथम पुस्तक :- साहित्य लहरी (सूरदास)
◆ हिन्दी में सूफी प्रेमाख्यान का प्रथम काव्य :- चन्दायन(मुल्ला दाऊद)
◆ हिन्दी में छन्दशास्त्र की प्रथम रचना :-छन्दमाला
◆ हिन्दी में रीति सिद्धान्त के प्रथम प्रस्तोता :- आचार्य केशवदास
◆ हिन्दी में प्रथम गीत रचनाकार :- विद्यापति
◆ प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन :- 1975 ई. (नागपुर)
◆ हिन्दी में ‘नई कविता’ शब्द का सर्वप्रथम नामकरणकर्ता :- अज्ञेय
◆ हिन्दी में ‘स्वच्छन्दतावाद’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोगकर्ता :- मुकुटधर पाण्डेय
◆ हिन्दी का प्रथम रेखाचित्र संकलन:- पद्मपराग (पद्मसिंह शर्मा)
◆ हिन्दी आलोचना की प्रथम पुस्तक:- हिन्दी कालिदास की आलोचना(महावीरप्रसाद द्विवेदी)
◆ हिंदी के प्रथम समालोचक :- आ. रामचंद्र शुक्ल
◆ हिन्दी में प्रथम तुलनात्मक आलोचना :- बिहारी और सादी की तुलनात्मक आलोचना(1907ई. ,पद्मसिंह शर्मा)
◆ हिन्दी के प्रथम मार्क्सवादी आलोचक :- डॉ. शिवदान सिंह चौहान(भारत में प्रगतिशील साहित्य की आवश्यकता,1937 ई.)
◆ प्रगतिशील लेखक संघ के प्रथम सभापति:- मुंशी प्रेमचन्द
◆ राजभाषा आयोग के प्रथम अध्यक्ष:- बाल गंगाधर खरे
◆ हिन्दी की प्रथम पत्रिका/हिन्दी प्रथम साप्ताहिक पत्र :- उदंत मार्तण्ड (30 मई 1826 ई.)
◆ हिन्दी का प्रथम दैनिक पत्र :- समाचार सुधावर्षण(1854 ई.)
◆ हिंदी की प्रथम लघु पत्रिका :- नए पत्ते (लक्ष्मीकांत वर्मा)
◆ हिंदी में डी. लिट. की उपाधि प्राप्त करने वाले पहले शोधार्थी :- डॉ॰ पीताम्बरदत्त बड़थ्वाल
◆ हिन्दी साहित्य परिषद् के प्रथम अध्यक्ष :- पुरुषोत्तम दास टण्डन
◆ हिन्दी नाटक का प्रथम सैद्धान्तिक ग्रन्थ :- रूपक रहस्य (श्याम सुन्दर दास)
◆ हिन्दी साहित्य के लिए प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार :- सुमित्रानन्दन पन्त (चिदम्बरा के लिए) 【1968ई.में】
◆ हिन्दी साहित्य के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त प्रथम कवयित्री :- महादेवी वर्मा (यामा)【1982ई. में】
◆ हिन्दी साहित्य के लिए प्रथम साहित्य अकादमी पुरस्कार :- माखनलाल चतुर्वेदी (हिमतरंगिणी)【1955ई. में】
◆ हिन्दी साहित्य के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त प्रथम कवयित्री :- कृष्णा सोबती (जिंदगीनामा)【1980ई. में】
◆ हिन्दी साहित्य के लिए प्रथम व्यास सम्मान :-डॉ. रामविलास शर्मा (भारत के भाषा परिवार और हिन्दी)【1991ई. में】
◆ हिन्दी साहित्य के लिए व्यास सम्मान प्राप्त प्रथम कवयित्री :- चित्रामुद्गल(आवां)【2003ई. में】
◆ हिन्दी के लिए प्रथम सरस्वती सम्मान :- डॉ. हरिवंश राय बच्चन (आत्मकथा)【1991ई. मे】
◆ हिन्दी साहित्य के लिए प्रथम संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार :- उपेन्द्रनाथ अश्क【1965 ई. में】
◆ हिन्दी साहित्य के लिए प्रथम मूर्ति देवी पुरस्कार :- विरेन्द्र कुमार जैन 【1984ई.में】
◆ हिन्दी साहित्य के लिए प्रथम भारत भारती सम्मान :- महादेवी वर्मा 【1982 ई.में】
◆ पद्म विभूषण से सम्मानित हिंदी का प्रथम कवि :- आ. कालेलकर 【1964 ई.में】
◆ पद्म विभूषण से सम्मानित हिंदी का प्रथम कवयित्री :- अमृता प्रीतम【2004 ई.में】
◆ पद्म भूषण से सम्मानित हिंदी का प्रथम कवि :- मैथिलीशरण गुप्त【1954 ई.में】
◆ पद्म भूषण से सम्मानित हिंदी का प्रथम कवयित्री :- महादेवी वर्मा【1956ई.में】
◆ पद्म श्री से सम्मानित हिंदी का प्रथम कवि :- आ. रामचंद्र वर्मा【1954 ई.में】
◆ पद्म श्री से सम्मानित हिंदी का प्रथम कवयित्री :- अमृता प्रीतम【1969 ई.में】
◆ हिन्दी का प्रथम व्याकरण :- हिन्दुस्तानी ग्रामर (1698 ई.), जे. जे. केटेलर (डच भाषा में)
◆ हिन्दी भाषा में लिखा गया प्रथम व्याकरण :- हिन्दी व्याकरण (1827 ई.) ,पादरी एम. टी. आदम
◆ हिन्दी का प्रथम व्यवस्थित व्याकरण :- भाषा चन्द्रोदय (1855) ,पं. श्रीलाल
◆ हिंदी भाषा का सबसे बड़ा और प्रमाणित व्याकरण :- कामताप्रसाद गुरू द्वारा रचित “हिंदी व्याकरण”(काशी नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा प्रकाशित)
◆ हिन्दी में साधारणीकरण के सम्बन्ध में प्रथम चिन्तनकर्ता :- आ.रामचन्द्र शुक्ल
◆ हिन्दी की प्रथम कवयित्री:- मीराबाई
◆ सप्तक की प्रथम कवयित्री :- शकुन्तला माथुर(दुसरे सप्तक【1951ई.】 की कवयित्री)
◆ सर्वप्रथम रीतिकाल के लिए रीति शब्द के प्रयोग कर्त्ता :- ग्रियर्सन
◆ एक ही काल खण्ड को दो भागों में विभक्त करने वाले :- मिश्रबन्धु
◆ ‘बिहारी बड़े है या देव’ विवाद को जन्म देने वाले :- मिश्रबन्धु
◆ आदिकाल का प्रथम नामकरण करने वाले :- ग्रियर्सन (चारणकाल)
◆ खड़ी बोली गद्य में रचित हिंदी का प्रथम अनुदित नाटक :- शकुंतला (राजा लक्ष्मण सिंह )
◆ हिंदी का प्रथम दु:खान्त नाटक :- रणधीर प्रेम मोहनी(1877ई.,श्रीनिवास दास)
◆ हिंदी का प्रथम नाटक :- गय सुकुमार रास(डॉ. दशरथ ओझा के अनुसार)
◆ हिंदी साहित्य में दलित साहित्य की प्रथम रचना (कविता) :- अछूत की शिकायत (सितंबर 1914 में,सरस्वती पत्रिका में,हीरा डोम )
◆ हिंदी साहित्य में दलित साहित्य की प्रथम कहानी :- वचनबद्ध (1975 ई. , मुक्ति स्मारिका पत्रिका में )
◆ हिंदी साहित्य में दलित साहित्य की प्रथम उपन्यास :- छप्पर (1997 में,जयप्रकाश कर्दम)
◆ हिंदी साहित्य में दलित साहित्य की प्रथम नाटक :- शम्बूक (अछुतानंद)
◆ हिंदी साहित्य में दलित साहित्य की प्रथम आत्मकथा :- अपने-अपने पिंजरे(1995 ई., मोहनदास नैमिशराय)
◆ आदिवासियों के जीवन चरित पर आधारित हिंदी का प्रथम उपन्यास :- बसंती मालती (1899 ई , जगन्नाथ प्रसाद चतुर्वेदी)
◆ हिंदी में प्रथम काव्य हेतु की चर्चा की :- कुलपति मिश्र ने (रस रहस्य में)
◆ साधारणीकरण की सर्वप्रथम परिकल्पना देने वाले आचार्य:- आ. भट्ट नायक
◆ हिंदी में प्रथम साधारणीकरण पर चर्चा की :- आचार्य केशव प्रसाद मिश्र
◆ हिंदी के पहले अलंकारवादी आचार्य :- केशवदास(कविप्रिया अलंकार ग्रंथ)
◆ हिंदी के पहले ध्वनिवादी और रसवादी आचार्य :- चिंतामणि त्रिपाठी
◆ हिंदी साहित्य इतिहास का प्रथम ग्रंथ :- इस्तवार द ला लितरेच्यूर ऐन्दुई ऐ ऐन्दुस्तानी (गांर्सा-द-तासी)
◆ हिन्दी साहित्येतिहास का हिन्दी भाषा में लिखा जानेवाला प्रथम ग्रंथ :- शिवसिंह सरोज (शिव सिंह सेंगर)
◆ हिंदी साहित्य इतिहास का प्रथम व्यवस्थित ग्रंथ :- हिंदी साहित्य का इतिहास ( रामचंद्र शुक्ल)
◆ परंपरा की दृष्टि से रचित हिंदी साहित्य इतिहास का प्रथम ग्रंथ :- हिंदी साहित्य की भूमिका (हजारी प्रसाद द्विवेदी)
◆ रामचन्द्र शुक्ल की प्रथम सैद्धान्तिक आलोचनात्मक कृति :- काव्य में रहस्यवाद(माधुरी पत्रिका में ,1922 में)
◆ रामकुमार वर्मा का प्रथम एकांकी संग्रह- पृथ्वी राज की आँखें (1936 ई.)
◆ उदय शंकर भट्ट का प्रथम एकांकी संग्रह- अभिनव एकांकी (1940 ई.)
◆ पं. बालकृष्ण भट्ट का प्रथम निबंध :- कलिराज की सभा
◆ आ. रामचंद्र शुक्ल का प्रथम निबंध संग्रह :- विचार-वीथी(1930ई.)
◆ मुंशी प्रेमचन्द का प्रथम उपन्यास :- प्रेमा (1907 ई.)
◆ मुंशी प्रेमचन्द की प्रथम कहानी :- पंच परमेश्वर (1916 ई.)
◆ जयशंकर प्रसाद की प्रथम कहानी :- ग्राम (1911 ई.)
◆ जयशंकर प्रसाद का प्रथम ऐतिहासिक नाटक :- राज्यश्री (1915 ई.)
◆ महादेवी वर्मा का प्रथम काव्य संग्रह :- नीहार (1930 ई.)
◆ निराला की प्रथम काव्य रचना :- जूही की कली (1918 ई.)
◆ जैनेन्द्र का प्रथम उपन्यास :- परख (1929 ई.)
◆ जैनेन्द्र का प्रथम कहानी :- खेल(1920,विशाल भारत पत्रिका में)
◆ फणीश्वर नाथ रेणु का प्रथम उपन्यास:- मैला आँचल(1954 ई.)
◆ अज्ञेय का प्रथम उपन्यास :- शेखर : एक जीवनी(प्रथम भाग – 1941ई. में , दूसरे भाग 1944 ई. में )
◆ अज्ञेय का प्रथम काव्य संग्रह :- भग्नदूत ( 1933 ई.)
◆ अज्ञेय का प्रथम कहानी संग्रह :- विपथगा ( 1934 ई.)
◆ इलाचन्द्र जोशी का प्रथम उपन्यास :- घृणामयी(1929 ई.)
◆ सुदर्शन की प्रथम कहानी :- हार की जीत ( 1920 ई.)
◆ कृष्णा सोबती की प्रथम कहानी :- लामा( 1944 ई.)
◆ आ चतुर सेन शास्त्री की प्रथम कहानी :- गृह लक्ष्मी
◆ भगवती चरण वर्मा का प्रथम उपन्यास :- चित्रलेखा (1939 ई.)
◆ यशपाल का प्रथम कहानी संग्रह :- मक्रील(1934 ई.)