★ सरस्वती पत्रिका कालिदास के इस वाक्य का उद्घोष करती है :- ” सरस्वती श्रुति महत्ती न हीयताम् “
★ 1900 ई. में चिंतामणि घोष के द्वारा, इलाहाबाद से
★ इंडियन प्रेस(इलाहाबाद) के अध्यक्ष :- चिंतामणि घोष
★ मासिक पत्रिका
★ चिंतामणि घोष ने अगस्त 1899 ई. में नागरी प्रचारिणी सभा(काशी) से अनुरोध किया कि सचित्र हिंदी मासिक पत्रिका सरस्वती के संपादन का भार ग्रहण करे।
★ नागरी प्रचारिणी सभा, काशी के तत्वाधान के पहले पत्रिका (सरस्वती पत्रिका) निकली थी।
★ सरस्वती की लोकप्रियता का कारण :- हिंदी नवजागरण के अपनी शक्ति थी।
★ पत्रिका पर छपा रहता था :- नागरी प्रचारिणी सभा, काशी द्वारा अनुमोदित।
★ संपादक मंडल में :- (13 नवम्बर,1899 ई. को संपादक मंडल गठित हुआ)
• राधाकृष्ण दास
• कीर्ति प्रसाद खत्री
• जगन्नाथ प्रसाद ‘रत्नाकर
• किशोरी लाल गोस्वामी
• श्यामसुंदर दास
★ प्रथम वर्ष ( जनवरी,1900 ई.) :- सम्पादक मण्डल के द्वारा
★ दूसरे वर्ष (1901 ई.) और तीसरे वर्ष (1902 ई.) सरस्वती का सम्पादन :- श्यामसुंदर दास
★ चौथे वर्ष (1903 ई.) से सरस्वती का सम्पादन :- आ.महावीर प्रसाद द्विवेदी के द्वारा
★ प्रथम तीन वर्ष इलाहाबाद से प्रकाशित हुआ।
★ चौथे वर्ष में इसके सम्पादन आ.महावीर प्रसाद द्विवेदी होने के बाद से काशी से प्रकाशित होने लगा।
★ इसके प्रथम वर्ष (1900ई.) 56 लेख प्रकाशित हुये।
★ 1900 ई. जनवरी अंक (प्रथम अंक) में आ.महावीर प्रसाद द्विवेदी का दो रचनाओं प्रकाशित :-
• नैषधचरित चर्चा और सुदर्शन
• द्रौपदी वचन वाणावली
★ 1900 ई. जुन अंक में आ.महावीर प्रसाद द्विवेदी की :- ‘हे कविते’ शीर्षक कविता
★ 1900 ई. जुलाई अंक में आ.महावीर प्रसाद द्विवेदी का :- ‘कवि कर्त्तव्य’ निबंध
★ हिंदी की पहली कहानी इंदुमती प्रथम सरस्वती में प्रकाशित हुई ।
★ कविता के क्षेत्र में सर्वप्रथम ब्रजभाषा के युग में सरस्वती में संस्कृत कविताओं का अनुवाद तथा कुछ खड़ी बोली की कविताएं भी प्रकाशित हुई।
★ इसमें पहली खड़ी बोली की कविता पं. किशोरी लाल गोस्वामी की और दूसरी खड़ी बोली की कविता आ. महावीर प्रसाद द्विवेदी की थी।
★ नागरी लिपि और हिंदी प्रचार एवं प्रसार का आरंभ सरस्वती पत्रिका से ही माना जाता है ।
★ इसके प्रारंभ में चार महीने के अंदर उत्तर प्रदेश में हिंदी को यह पहली सफलता मिली थी।
★ नियमित रूप से संपादित किए टिप्पणियों लिखना सबसे पहले सरस्वती ने हीं प्रारंभ किया था।
★ आरंभ में सरस्वती में केवल :- 36 पृष्ठ (वार्षिक मूल्य 3 रूपये)
बाद में पृष्ठों संख्या :- 40 (वार्षिक मूल्य 4 रूपये)
1916ई. में पृष्ठों संख्या :- 72 (वार्षिक मूल्य 4 रूपये)
★ आ. महावीर प्रसाद द्विवेदी के सम्पादक काल में सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली पत्रिका के रूप में उभरी।
★ आ. महावीर प्रसाद द्विवेदी ने सरस्वती का संपादन किया :- 1903 ई. से 1920 ई. तक
★ महावीर प्रसाद द्विवेदी के बाद सरस्वती का संपादक:- पुन्नालाल पदुमलाल बख्शी(1921ई. से 1925 ई.तक)
★ 1925 से 1926 ई तक में सरस्वती का संपादक :- देवीदत्त शुक्ल
★ 1927 ई. में फिर से सरस्वती का संपादक :- पुन्नालाल पदुमलाल बख्शी(1927 ई. से 1929 ई.तक)
★ 1929 ई. में फिर से सरस्वती का संपादक :- देवीदत्त शुक्ल
√ देवीदत्त शुक्ल के समय सह सम्पादक :-
• पं. उदयनारायण वाजपेयी
• हरीभाऊ उपाध्याय
• गणेश शंकर विद्यार्थी
★ देवदत्त शुक्ल के बाद सरस्वती का संपादक :- ठा. श्रीनाथ सिंह
★ ठा. श्रीनाथ सिंह के बाद सरस्वती का संपादक :-
• पं. उमेशचन्द्र चतुर्वेदी
• पं. देवी लाल चतुर्वेदी
• हरिकेश घोष
★ सरस्वती की लोकप्रियता का कारण :- हिंदी नवजागरण के अपनी शक्ति थी।
★ सरस्वती पत्रिका का मुख्य उद्देश्य :-
• हिंदी के पाठकों का मनोरंजन करना
• भाषा को सुव्यवस्थित करना।
सरस्वती पत्रिका में प्रकाशित है प्रमुख हिंदी कविताएं :-
क्रम संख्या |
कविता |
प्रकाशन वर्ष |
कवि |
1. |
भौरा और कलीप्रेमापहार |
1900 ई. |
पंडितकिशोरी लाल गोस्वामी |
2. |
कोकिलाष्टक |
1901 ई. |
पंडित किशोर लाल गोस्वामी |
3. |
सेवावृत्ति की विगर्हणा |
1902 ई. |
महावीर प्रसाद द्विवेदी |
4. |
रहिमनविलास |
1902 ई. |
राधा कृष्ण दास |
5. |
वर्षा ऋतु वर्णन |
1903 ई. |
श्रीधर पाठक |
6. |
हेमंत |
1905ई |
मैथिलीशरण गुप्त |
7. |
जलद आहृवान |
1912 ई. |
जयशंकर प्रसाद |
8. |
स्वपन |
1924 ई. |
सुमित्रानंदन पंत |
9. |
मुस्कान |
1924 ई. |
सुमित्रानंदन पंत |
10. |
पतझड़ |
1924ई. |
सुमित्रानंदन पंत |
11. |
वंदना |
1932ई. |
भगवती चरण वर्मा |
12. |
रूपराशि |
1932 ई. |
रामकुमार वर्मा |
13. |
मधुशाला |
1932ई. |
हरिवंशरायबच्चन |
14. |
मुझ को न मिला है कभी प्यार |
1933 ई. |
जयशंकर प्रसाद |
15. |
जरा |
1933 ई. |
उदय शंकर भट्ट |
16. |
शतदल |
1933 ई. |
आरसी प्रसाद सिंह |
17. |
लघुता की महिमा |
1933 ई. |
जगन्नाथ प्रसाद मिश्र ‘मिलिंद’ |
18. |
पग ध्वनि |
1934 ई. |
हरिवंश राय बच्चन |
19. |
जीवन संगीत |
1934 ई. |
शांतिप्रिय द्विवेदी |
20. |
प्यार |
1934 ई. |
जयशंकर प्रसाद |
21. |
भ्रमरी |
1935 ई. |
रामधारी सिंह दिनकर |
22. |
खिलौने |
1935 ई. |
हरि कृष्ण प्रेमी |
23. |
कामायनी |
1936 ई. |
जयशंकर प्रसाद |
24. |
मेरे पावन मेरे पुनीत |
1936 ई. |
शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ |
25. |
कलिका से कलिका की ओर |
1936 ई. |
माखनलाल चतुर्वेदी |
26. |
सांध्यगीत |
1936 ई. |
महादेवी वर्मा |
27. |
उच्छ्वास |
1937 ई. |
रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’ |
28. |
सम्राट एडवर्ड अष्टम के प्रति |
1937ई. |
सूर्यकांत त्रिपाठी’निराला’ |
29. |
नाविक |
1938 ई. |
जानकी वल्लभ शास्त्री |
30. |
मुकमार्ग |
1938ई. |
सुमित्रा कुमारी सिन्हा |
31. |
उठ उठ री मानस की उमंग |
1939ई. |
सोहन लाल द्विवेदी |
32. |
मेरे पावन मेरे पुनीत |
1939 ई. |
शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ |
33. |
पपीहा |
1940 ई. |
भैरव प्रसाद गुप्त |
34. |
श्रद्धांजलि |
1948ई. |
सोहनलाल द्विवेदी |
35. |
अंतिम प्रणाम |
1948ई. |
भगवती चरण वर्मा |
36. |
एक उर्मिला छंद |
1953ई. |
केदारनाथ मिश्र |
सरस्वती पत्रिका में प्रकाशित हिंदी कहानियां :-
क्रम संख्या |
कहानी |
प्रकाशन वर्ष |
कहानीकार |
1. |
इंदुमती |
1900 ई. |
पंडित किशोरी लाल गोस्वामी |
2. |
चंद्रलोक की यात्रा |
1900ई. |
केशव प्रसाद सिंह |
3. |
मुक्ति का उपाय |
1901 ई. |
रविंद्र नाथ ठाकुर |
4. |
गुलबहार |
1902 ई. |
पंडित किशोरीलाल गोस्वामी |
5. |
प्लैगकी चुड़ैल |
1902 ई. |
मास्टर भगवानदास |
6. |
पंडित और पंडितानी |
1903 ई. |
गिरजा दत्त वाजपेयी |
7. |
ग्यारह वर्ष का समय |
1903 ई. |
आचार्य रामचंद्र शुक्ल |
8. |
दुलाई वाली |
1907 ई. |
बंग महिला |
9. |
आश्चर्यजनक घंटी |
1908 ई. |
सत्यदेव प्रावजक |
10. |
कानों में कंगना |
1913 ई. |
राजा राधिका रमन सिंह |
11. |
उसने कहा था |
1915ई. |
चंद्रधर शर्मा गुलेरी |
12. |
मिलन |
1915 ई. |
ज्वाला दत्त शर्मा |
13. |
सौत |
1915 ई. |
मुंशी प्रेमचंद |
14. |
रक्षा बंधन |
1916 ई. |
विश्वंभरनाथ शर्मा ‘कौशिक’ |
15. |
पंच परमेश्वर |
1916 ई. |
मुंशी प्रेमचंद |
16. |
संतु |
1918 ई. |
बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ |
17. |
प्रलय की रात्रि |
1922ई. |
सुदर्शन |
18. |
अनाश्रित |
1927 ई. |
इलाचंद्रजोशी |
19. |
ज्योत्स्ना |
1933 ई. |
सुमित्रानंदन पंत |
20. |
मग्न हृदय |
1933 ई. |
चतुरसेन शास्त्री |
21. |
दस मिनट |
1933 ई. |
रामकुमार वर्मा |
22. |
विवशता |
1936ई. |
भगवतीचरण वर्मा |
23. |
रंगीन सपना |
1936ई. |
लक्ष्मी नारायण मिश्र |
24. |
ईद और होली |
1940 ई. |
सेठ गोविंद दास |
25. |
तीन बच्चे |
1941ई. |
सुभद्रा कुमारी सिन्हा |
26. |
पेशावर एक्सप्रेस |
1942 ई. |
पाण्डेय बेचन शर्मा ‘उग्र’ |
rnmn440@gmail.com
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