• हरिवंशराय बच्चन, धर्मवीर भारती और उपेन्द्रना• गुलेरी और मलयज की रचनावली :- 3 खण्डों में
• शिवपूजन सहाय की रचनावली :- 4 खण्डों में
• फणीश्वरनाथ रेणु की रचनावली :- 5 खण्डों में
• हरिशंकर परसाई, मुक्तिबोध और रघुवीर सहाय की रचनावली :- 6 खण्डों में
• नागार्जुन की रचनावली :- 7 खण्डों में
• रामवृक्ष बेनीपुरी और निराला की रचनावली :- 8 खण्डों मेंथ अश्क की रचनावली :- 9 खण्डों में
• हरिऔध और माखन लाल चतुर्वेदी की रचनावली :- 10 खण्डों में
• आ. हजारी प्रसाद द्विवेदी की रचनावली :- 11 खण्डों में
• मैथिलीशरण गुप्त की रचनावली :- 12 खण्डों में
• मोहन राकेश की रचनावली :- 13 खण्डों में
• रामदारी सिंह दिनकर और भगवतीचरण वर्मा की रचनावली :- 14 खण्डों में
• आ. महावीर प्रसाद द्विवेदी की रचनावली :- 15 खण्डों में
Trick :-
? तीन दिन गुलेरी ने मलय पर चार प्रसिद्ध शिवलिंगों की पूजा की।
1. गुलेरी और मलयज की रचनावली :- 3 खण्डों में
2. शिवपूजन सहायकी रचनावली :- 4 खण्डों में
? पांच फण वाले सात नाग रामवृक्ष के नीचे ढाढ से
निराला स्थान पर बैठे है।
1. फणीश्वरनाथ रेणु की रचनावली :- 5 खण्डों में
2. रामवृक्ष बेनीपुरी और निराला की रचनावली :- 8 खण्डों में
? हरि रघुवीर की छः दिनों से मुक्ति हेतु पूजा कर रहा है।
★ हरिशंकर परसाई, मुक्तिबोध और रघुवीर सहाय की रचनावली :- 6 खण्डों में
? उपेन्द्र और बच्चन ने मिलकर सर्वेश्वरदयाल के कहने पर नौ दिन धर्म का प्रचार किया।
★ हरिवंशराय बच्चन, धर्मवीर भारती और उपेन्द्रनाथ अश्क की रचनावली :- 9 खण्डों में
? हरिऔध ने दस रुपये का माखन खरीदा।
★ हरिऔध और माखन लाल चतुर्वेदी की रचनावली :- 10 खण्डों में
? ग्यारह हजार
★ आ. हजारी प्रसाद द्विवेदी की रचनावली :- 11 खण्डों में
★ मैथिली सहित बारह भाषा है तेरे मोहन को पसंद नहीं है ।
1. मैथिलीशरण गुप्त की रचनावली :- 12 खण्डों में
2. मोहन राकेश की रचनावली :- 1 3 खण्डों में
? चौदहवें दिन भगवती की पूजा और पन्द्रहवें दिन
महावीर की पूजा की।
1. रामदारी सिंह दिनकर और भगवतीचरण वर्मा की रचनावली :- 14 खण्डों में
2. आ. महावीर प्रसाद द्विवेदी की रचनावली :- 15 खण्डों में आ.रामचन्द्र शुक्ल
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