◆ सर्वप्रथम भारत में प्रिंटिग प्रेस लाने का श्रेय पुर्तग़ालियों को दिया जाता है। ◆ भारत में सबसे पहले प्रेस :- गोवा में (जनवरी,1556 -57 ई.) (यह प्रेस पुर्तगाल से अबीसीनिया के लिए भेजा गया था। उन दिनों में स्वेज नहर नहीं बनी थी और अबीसीनिया के लिए भारत होकर जाना पड़ता था। अबीसीनिया के लिए मनोनीत पेट्रिआर्क प्रेस के ...
Read More »महत्वपूर्ण तथ्य
हिंदी साहित्य में सरस्वती पत्रिका का योगदान(hindi sahity me sarasvati patrika ka yogadan)
★ सरस्वती पत्रिका कालिदास के इस वाक्य का उद्घोष करती है :- ” सरस्वती श्रुति महत्ती न हीयताम् “ ★ 1900 ई. में चिंतामणि घोष के द्वारा, इलाहाबाद से ★ इंडियन प्रेस(इलाहाबाद) के अध्यक्ष :- चिंतामणि घोष ★ मासिक पत्रिका ★ चिंतामणि घोष ने अगस्त 1899 ई. में नागरी प्रचारिणी सभा(काशी) से अनुरोध किया कि सचित्र हिंदी मासिक पत्रिका सरस्वती ...
Read More »मार्क्सवाद मे आस्था रखने वाले कवि की शार्ट ट्रिक
मार्क्सवाद मे आस्था रखने वाले कवि की शार्ट ट्रिक राम के साथ राघव भी मार्क्सवाद मे आस्था रखते है। 1. रामविलास शर्मा (1912-2000) 2. केदारनाथ अग्रवाल (1911-2000) 3. रांगेय राघव(1923-1962) नकेनवाद साहित्यिक आन्दोलन के कवि:- ◆ न के न 1. नलिन विलोचन शर्मा(1916-1961) 2. केसरी कुमार (1919) 3. नरेश कुमार मेहता(1922-2000) अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट देखें क्लिक करें
Read More »प्रगतिवादी कवियों की शार्ट ट्रिक
प्रगतिवादी कवियों की शार्ट ट्रिक ◆ रांगेय राघव ने कहा अपनी प्रगति के लिए नकटी लोग राम व शिव की भक्ति नही करते है। 1. रांगेय राघव(1923-1962) 2. नागार्जुन(1911-1998) 3. केदारनाथ अग्रवाल(1911-2000) 4. त्रिलोचन शास्त्री (1917-2007) 5. रामविलास शर्मा(1912-2000) 6. शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ (1915-2002) अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट देखें क्लिक करें
Read More »प्रेम व मस्ती की कविता लिखने कवियों की शार्ट ट्रिक
. प्रेम व मस्ती की कविता लिखने वाले कवि:- ◆ हरि व राम की नरेन्द्र शर्मा प्रेम व मस्ती की कविता लिखते है। 1. हरिवंशराय बच्चन(1907-2003) 2. रामेश्वर शुक्ल अचंल(1915-1995) 3. नरेन्द्र शर्मा (1913-1989) अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट देखें क्लिक करें
Read More »सांस्कृतिक गतिविधियों कवियों की शार्ट ट्रिक
सांस्कृतिक गतिविधियों कवियों की शार्ट ट्रिक ◆ सुभद्रा एवं राम ने बालकृष्ण को सांस्कृतिक गतिविधियों में दिन मे माखन खाते हुए देखा। 1. सुभद्रा कुमारी चौहान(1904-1948) 2. रामनरेश त्रिपाठी(1889-1962) 3. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’(1897-1960) 4. रामधारी दिनकर(1908-1974) 5. माखन लाल चतुर्वेदी(1889-1968) अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट देखें क्लिक करें
Read More »पृथ्वीराजरासो को अप्रमाणित,प्रमाणित एवं अर्द्ध प्रमाणित मानने वाले विद्वान
• पृथ्वीराजरासो को अप्रमाणित मानने वाले विद्वान:- ◆ Short Trick :- मुरारि श्यामदेव और रामकुमार शुक्ल ने अमृत मोती बूलर और ओझा को रासो की अप्रमाणिकता के लिए दिया। 1. मुरारिदीन (मुरारि) 2. कविराज श्यामलदास(श्याम) 3. मुंशीदेव(देव) 4. डॉ.रामकुमार वर्मा(रामकुमार) 5. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल(शुक्ल) 6. अमृतशील(अमृत) 7. मोती लाल मेनारिया(मोती) 8. डॉ.बूलर (बूलर) 9. डॉ.गौरीशंकर हीराचन्द ओझा(ओझा)। • पृथ्वीराजरासो को ...
Read More »साहित्य अकादमी(sahitya akadami) पुरस्कारों की शार्ट ट्रिक
[ ] साहित्य अकादमी में सम्बन्ध में जानकारी :- • भारत में साहित्य की राष्ट्रीय संस्था की स्थापना का प्रस्ताव विचाराधीन था। • भारत सरकार ने रॉयल एशियाटिक सोसायटी ऑफ़ बंगाल का साहित्य की राष्ट्रीय संस्था की स्थापना का प्रस्ताव 1944 में। • साहित्य अकादमी नामक राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था की स्थापना का निर्णय लिया :- 15 दिसंबर 1952 के ...
Read More »हिंदी साहित्य के प्रमुख गुरु और शिष्य
क्र.स शिष्य गुरु 1. गोरखनाथ मत्स्येन्द्रनाथ 2. डोम्बिपा विरूपा 3. कुक्कुरिपा चर्पटीया 4. कण्हपा जालंधरपा 5. चर्पटनाथ गोरखनाथ 6. रामानुज यमुनाचार्य 7. रामानन्द राघवानन्द 8. नाभादास अग्रदास 9. वल्लभाचार्य विष्णुस्वामी 10. सूरदास वल्लभाचार्य 11. नामदेव विढोबा खेचर 12. गो.तुलसीदास बाबा नरहरिदास (15साल तक शिक्षा) शेष सनातन (दीक्षा ग्रहण ...
Read More »रचनाओं संबंध में आलोचकों के विचार
क्रम संख्या रचना कहा जाता है 1. कामायानी (1935,जयशंकर प्रसाद) मानवता का रसात्मक इतिहास (आचार्य नंददुलारे वाजपेयी) मानव चेतना के विकास का महाकाव्य (डॉ. नगेंद्र) छायावाद का उपनिषद् (शांतिप्रिय द्विवेदी) मानवता का रसात्मक महाकाव्य (आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने कहा) नए युग का प्रतिनिधि काव्य (नंददुलारे वाजपेयी) आधुनिक सभ्यता का प्रतिनिधि काव्य (नामवर सिंह ने कहा) रहस्यवाद का पहला महाकाव्य ...
Read More »संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हिंदी के कवि
संगीत नाटक अकादमी परिचय :- • संगीत, नृत्य और नाटक के लिए भारत की राष्ट्रीय अकादमी • भारत द्वारा स्थापित कला की पहली राष्ट्रीय अकादमी है। • अकादमी का उद्घाटन :- 28 जनवरी 1953 को भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के द्वारा। • राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की स्थापना :- 1959 में • संगीत नाटक अकादमी एक स्वायत्त निकाय है(भारत ...
Read More »कवियों के उपनाम(कलम,सखी का अवतार,शेक्सपियर,भारत,डिक्टेटर)
[ ] कलम:- •कलम का सिपाही :- प्रेमचंद (अमृतराय के अनुसार) • कलम का जादूगर :- रामवृक्ष बेनीपुरी • कलम का मजदूर :- प्रेमचंद (मदन मोहन के अनुसार) • कलम की कारीगरी समझने वाला लेखक:- बद्रीनारायण चौधरी ‘ प्रेमघन'(आचार्य शुक्ल के अनुसार) [ ] सखी का अवतार:- • हितू सखी का अवतार :- श्री भट्ट • विशाल सखी का अवतार ...
Read More »हिंदी के बादशाह कहे जाने वाले कवि
• आर्या के बादशाह:- गोवर्धन • गाथा के बादशाह :- हाल कवि • रूपको का बादशाह :- तुलसीदास (लाला भगवान दीन और बच्चनन सिंह के अनुसार) • अनुप्रास का बादशाह :- तुलसीदास (आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार ) • उत्प्रेक्षा के बादशाह :- तुलसीदास(डॉ. उदय भानु सिंह के अनुसार) • विरोधाभास का बादशाह :- घनानंद • उत्प्रेक्षा का बादशाह:- जायसी ...
Read More »आधुनिक काल के कवियों के उपनाम
• आधुनिक काल का अजातशत्रु :-भारतेंदु • आधुनिक हिंदी काव्य का वैतालिक:- भारतेंदु • आधुनिक का सूरदास :- हरिऔध (डॉ. गणपति चंद्र गुप्त ने अनुसार ) • आधुनिक युग के पद्माकर :- जगन्नाथदास रत्नाकर • आधुनिक युग के चारण कवि :- दिनकर • आधुनिक युग का तुलसी दास :- मैथिलीशरण गुप्त • आधुनिक हिंदी साहित्य के बापू :- सियाराम शरण ...
Read More »हिंदी में सम्राट कहे जाने वाले कवि
श्रृंगार सम्राट :- सूरदास • वात्सल्य सम्राट :- सूरदास • विरोधाभासों का सम्राट:- घनानंद • कहानी सम्राट :- प्रेमचंद • कवि सम्राट : – हरिऔध • साहित्य सम्राट :- हरिऔध • शब्दकोश सम्राट :- श्यामसुंदर दास • एकांकी सम्राट:- रामकुमार वर्मा • हिंदी के गज़ल सम्राट :- दुष्यंत कुमार अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट देखें क्लिक करें
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