💐💐 प्रियप्रवास की भूमिका 💐💐 ◆ मैं बहुत दिनों से हिन्दी भाषा में एक काव्य-ग्रन्थ लिखने के लिये लालायित था । आप कहेंगे कि जिस भाषा में ‘रामचरितमानस’ ‘सूरसागर’ ‘रामचन्द्रिका’ ‘पृथ्वीराज रायसा ‘पद्मावत’ इत्यादि जैसे बड़े अनुठे काव्य प्रस्तुत हैं, उसमें तुम्हारे जैसे अल्पज्ञ का काव्य लिखने के लिये समुत्सुक होना वातुलता नहीं ...
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