💐 गोदान उपन्यास (मुंशी प्रेमचंद) 💐 ◆ प्रकाशन वर्ष :- 1936ई. ◆ भाग :- 36 ◆ आर्दशवाद और यथार्थवाद का समन्वय ◆ इसमें भारतीय किसान की जीवन – गाथा अत्यंत हृदयस्पर्शी ढंग से वर्णित है। ◆ किसान जीवन की समस्याओं,दुःखों और त्रासदियों पर लिखा गया महाकाव्य। ◆ इसमें गांव और शहर के आपसी द्वंद, भारतीय ग्रामीण जीवन के दुःख, गांवों ...
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