Tag Archives: यथार्थपरक उपन्यास

गोदान उपन्यास का उद्देश्य(godan upanyas ka uddeshy)

• प्रकाशन वर्ष :- 1936ई. • भाग :- 36 • यथार्थपरक उपन्यास • इसमें भारतीय किसान की जीवन – गाथा अत्यंत हृदयस्पर्शी ढंग से वर्णित है। • किसान जीवन की समस्याओं,दुःखों और त्रासदियों पर लिखा गया महाकाव्य। • इसमें गांव और शहर के आपसी द्वंद, भारतीय ग्रामीण जीवन के दुःख, गांवों के बदलते टूटते बिखरते – यथार्थ तथा जमीदारी के ...

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