Tag Archives: रामधारी सिंह दिनकर – सामाजिक चेतना का चारण परतंत्र भारत का वास्तविक वैतालिक रामधारी दिनकर ने स्वयं बारे में कहा छायावाद की ठीक पीठ पर आए। महज डिप्टी राष्ट्र कवि
1. क्रम संख्या कवि उपनाम 2. स्वयंभू अपभ्रंश का वाल्मीकि अपभ्रंश का कालिदास (डॉ.भयाणी के अनुसार) 3. पुष्पदंत अपभ्रंश का भवभूति (शिवसिंह सेगंर के अनुसार) अभिमान मेरु (पुष्पदंत ने स्वयं को कहा) 4. कबीर की भाषा भाषा का ...