?पंच बिड़ाल क्या है?[What is Panch Bidal?] ? बौद्ध शास्त्रों में निरूपित पंच प्रतिबंध(panch pratibandh) :- 1. आलस्य :- आलस्य का तात्पर्य – कार्यों, गतिविधियों या जिम्मेदारियों के प्रति प्रयास या ऊर्जा लगाने से बचने या विरोध करने की प्रवृत्ति से है। इसमें प्रेरणा की कमी, विलंब और उत्पादक कार्यों की तुलना में आलस्य या विश्राम को प्राथमिकता देना शामिल ...
Read More »Tag Archives: hindibestnotes.com
सिद्ध साहित्य की प्रवृतियां (sidh sahitya ki pravartiya)
सिद्ध साहित्य की प्रवृतियां (sidh sahitya ki pravartiya) 1. योग के क्षेत्र में काया साधना की विभिन्न भूमिकाओं का निरूपण 2. ज्ञान की उपेक्षा 3. शून्यवाद की प्रतिष्ठा 4. तांत्रिक साधना के रूप में मद्य -मैथुन का सेवन (वाममार्गी साधना पद्धति) 5. वर्णाश्रम व्यवस्था रूढियों एवं बाह्याडंबरो का खण्डन 6. शांत एवं श्रृंगार रस की प्रधानता 7. अंतर्मुखी साधना पर ...
Read More »आदिकाल की प्रवृत्तियां (Aadikal ki Pravartiya)
आदिकाल की प्रवृत्तियां (Aadikal ki Pravartiya) 1. ऐतिहासिकता का अभाव 2. युद्ध वर्णन में सजीवता 3. प्रमाणिकता में संदेह 4. वीर और संघर्ष का समन्वय (हम्मीर रासो और खुमान रासो में वीर रस के साथ संघर्ष के व्यक्ति हुई है। ) 5. आश्रयदाताओं की प्रशंसा 6. संकुचित राष्ट्रीयता 7. कल्पना की प्रचुरता 8. डिंगल – पिंगल भाषा का प्रयोग 9. ...
Read More »