💐सिक्का बदल गया कहानी💐 【कृष्णा सोबती】 ◆ प्रकाशन :- 1948ई. प्रतीक पत्रिका में प्रकाशित ◆ पात्र :- ● शाहनी ● शेरा (शाहनी का सेवक) ● हसैना (शेरा की पत्नी) ● थानेदार दाऊद खाँ ● भगू पटवारी ◆ कहानी का उद्देश्य :- इसमें विभाजन से उत्पन्न दारुण परिस्थितियों का मार्मिक चित्रण के साथ मानवीय संबंधों और ...
Read More »Tag Archives: https://hindibestnotes.com/URL
चीफ की दावत कहानी(cheeph ki davat kahani))
💐 चीफ की दावत कहानी 💐 【भीष्म साहनी】 ◆ प्रकाशन :– 1956ई. ◆ पहला पाठ कहानी संग्रह से ◆ पात्र :- ● शामनाथ ● शामनाथ की पत्नी ● शामनाथ की माँ ● शामनाथ के चीफ/ बॉस ◆ कहानी का उद्देश्य :- व्यक्ति की मनोगत स्थिति और विकृत चिंतन को उजागर करना । ◆ चीफ की दावत किसके घर ...
Read More »अमृतसर आ गया कहानी(amrtasar aa gaya kahani)
💐अमृतसर आ गया है कहानी💐 【भीष्म साहनी】 ◆ प्रकाशन :-.1971ई. ◆ प्रमुख पात्र :- ● कथानायक ● दुबला बाबू ● सरदार जी ● बुढ़िया ● तीन पठान व्यापारी ● लटकती मूँछों वाला आदमी ◆ भीष्म.साहनी ने कहानी में व्यक्ति के मनोविज्ञान को बहुत ही सुक्ष्मता से रेखांकित किया है। ◆ विभाजन कालीन परिस्थितियों ने व्यक्ति को क्रूर बना ...
Read More »कोसी का घटवार कहानी(Kosi ka Ghatwar kahani)
💐 कोसी का घटवार कहानी💐 【शेखर जोशी] ◆प्रकाशन :- 1957ई. ◆ कल्पना पत्रिका में प्रकाशित ◆ कोसी घटवार कहानी संग्रह से ◆ प्रमुख पात्र :- ● गुसाई (फौजी) ● नरसिंह(बुढ्ढा प्रधान) ● धरमसिंह(हवालदार) ● लछमा (गुसाईं की प्रेमिका) ● रमुआ/रामसिंह(लछमा का पति) ● किसन सिंह (गुसांई की यूनिट का सिपाही) ● लछमा का लड़का ● लछमा के जेठ ...
Read More »अपना – अपना भाग्य कहानी(Apna Apna Bhagya Kahani)
💐अपना-अपना भाग्य कहानी💐 【जैनेंद्र कुमार] ◆ प्रकाशन :- 1931 ई. ◆ वातायन कहानी संग्रह से ◆ प्रमुख पात्र :- ● कथावाचक ● कथावाचक का मित्र ● दस वर्षीय बेघर पहाड़ी बच्चा ◆ रूई के रेशे-से भाप से बादल हमारे सिरों को छू-छूकर बेरोक-टोक घूम रहे थे। हल्के प्रकाश और अंधियारी से रंगकर कभी वे नीले दीखते, कभी सफेद ...
Read More »दुनिया का सबसे अनमोल रत्न कहानी(duniya ka sabase anamol ratn kahani))
💐दुनिया का सबसे अनमोल रत्न 💐 【मुंशी प्रेमचंद】 ◆ प्रकाशन :- 1907,जमाना पत्रिका में प्रकाशित ◆ ‘सोजे वतन’ कहानी संग्रह से ◆ पात्र :- ● दिलफ़िगार ● दिलफ़रेब ● काला चोर ● एक बुजुर्ग व्यक्ति ◆ कहानी का नायक :- दिलफ़िगार • * दिलफ़िगार( फ़ारसी भाषा का शब्द) का अर्थ :- आशिक़,घायल दिल वाला, नायक ◆ कहानी की ...
Read More »एक टोकरी भर मिट्टी कहानी(ek dokari bhar mittee kahani)
💐एक टोकरी भर मिट्टी 💐 ◆ प्रकाशन :- 1901,छत्तीसगढ़ मित्र पत्रिका में ◆कहानीकार :- माधवराव सप्रे ◆ गरीब अनाथ विधवा की झोंपड़ी कहां थी?:- जमींदार के महल के पास ◆ जमींदार ने विधवा से बहुत बार झोपड़ी हटाने के लिए कहा। ◆ गरीब अनाथ विधवा का प्रिय पति और इकलौता पुत्र इसी झोंपड़ी में मर गया था। ◆ पतोहू( ...
Read More »कामायनी की भूमिका(kamayani ki bhumika)
💐कामायनी की भूमिका 💐 ◆ साहित्य में मानवों के आदिपुरुष मनु का इतिहास वेदों से लेकर पुरान और इतिहासों में बिखरा हुआ मिलता है। ◆ श्रद्धा और मनु के सहयोग से मानवता के विकास की कथा को, रूपक के आवरण में, चाहे पिछले काल में मान लेने का वैसा ही प्रयत्न हुआ ...
Read More »बुधिया,माटी की मूरते से (Budhiya,Maatee kee mooraten rekhachitra se)
💐माटी की मूरतें(रामवृक्ष बेनीपुरी) 💐 ◆ श्रीरामवृक्ष बेनीपुरी के विचार :- ● किसी बड़ या पीपल के पेड़ के नीचे, चबूतरे पर कुछ मूरतें रखी हैं- माटी की मूरतें! ● माटी की मूरतें न इनमें कोई खूबसूरती है, न रंगीनी। ● बौद्ध या ग्रीक रोमन मूर्तियों के हम शैदाई यदि उनमें कोई दिलचस्पी न लें, उन्हें देखते ही मुँह मोड़ ...
Read More »सुभान खाँ,माटी की मूरते से (Subhan khan,,Maatee kee mooraten rekhachitra se)
💐माटी की मूरतें(रामवृक्ष बेनीपुरी) 💐 ◆ श्रीरामवृक्ष बेनीपुरी के विचार :- ● किसी बड़ या पीपल के पेड़ के नीचे, चबूतरे पर कुछ मूरतें रखी हैं- माटी की मूरतें! ● माटी की मूरतें न इनमें कोई खूबसूरती है, न रंगीनी। ● बौद्ध या ग्रीक रोमन मूर्तियों के हम शैदाई यदि उनमें कोई दिलचस्पी न लें, उन्हें देखते ही मुँह मोड़ ...
Read More »बैजू मामा,माटी की मूरते से (Baiju Mama,Maatee kee mooraten rekhachitra se)
💐माटी की मूरतें(रामवृक्ष बेनीपुरी) 💐 ◆ श्रीरामवृक्ष बेनीपुरी के विचार :- ● किसी बड़ या पीपल के पेड़ के नीचे, चबूतरे पर कुछ मूरतें रखी हैं- माटी की मूरतें! ● माटी की मूरतें न इनमें कोई खूबसूरती है, न रंगीनी। ● बौद्ध या ग्रीक रोमन मूर्तियों के हम शैदाई यदि उनमें कोई दिलचस्पी न लें, उन्हें ...
Read More »परमेसर,माटी की मूरते से (Paramesar,Maatee kee mooraten rekhachitra se)
💐माटी की मूरतें(रामवृक्ष बेनीपुरी) 💐 ◆ श्रीरामवृक्ष बेनीपुरी के विचार :- ● किसी बड़ या पीपल के पेड़ के नीचे, चबूतरे पर कुछ मूरतें रखी हैं- माटी की मूरतें! ● माटी की मूरतें न इनमें कोई खूबसूरती है, न रंगीनी। ● बौद्ध या ग्रीक रोमन मूर्तियों के हम शैदाई यदि उनमें कोई दिलचस्पी न लें, उन्हें ...
Read More »भौजी,माटी की मूरते से(bhaujee,Maatee kee mooraten rekhachitra se)
💐माटी की मूरतें(रामवृक्ष बेनीपुरी) 💐 ◆ श्रीरामवृक्ष बेनीपुरी के विचार :- ● किसी बड़ या पीपल के पेड़ के नीचे, चबूतरे पर कुछ मूरतें रखी हैं- माटी की मूरतें! ● माटी की मूरतें न इनमें कोई खूबसूरती है, न रंगीनी। ● बौद्ध या ग्रीक रोमन मूर्तियों के हम शैदाई यदि उनमें कोई दिलचस्पी न लें, ...
Read More »बालगोबिन भगत,माटी की मूरते से(Balgobin bhagat,Maatee kee mooraten rekhachitra se)
💐माटी की मूरतें(रामवृक्ष बेनीपुरी) 💐 ◆ श्रीरामवृक्ष बेनीपुरी के विचार :- ● किसी बड़ या पीपल के पेड़ के नीचे, चबूतरे पर कुछ मूरतें रखी हैं- माटी की मूरतें! ● माटी की मूरतें न इनमें कोई खूबसूरती है, न रंगीनी। ● बौद्ध या ग्रीक रोमन मूर्तियों के हम शैदाई यदि उनमें कोई दिलचस्पी न लें, उन्हें देखते ही मुँह मोड़ ...
Read More »देव, माटी की मूरते रेखाचित्र से(Dev,Maatee kee mooraten rekhachitra se)
💐माटी की मूरतें(रामवृक्ष बेनीपुरी) 💐 ◆ श्रीरामवृक्ष बेनीपुरी के विचार :- ● किसी बड़ या पीपल के पेड़ के नीचे, चबूतरे पर कुछ मूरतें रखी हैं- माटी की मूरतें! ● माटी की मूरतें न इनमें कोई खूबसूरती है, न रंगीनी। ● बौद्ध या ग्रीक रोमन मूर्तियों के हम शैदाई यदि उनमें कोई दिलचस्पी न लें, उन्हें देखते ही मुँह मोड़ ...
Read More »