Tag Archives: ” चित्तवृत्तियों का सर्वेश्वर के प्रति अक्षुण्ण बना रहने वाला आकर्षण भक्ति है।”(मधुसूदन सरस्वती ने अपने ग्रंथ भक्ति-रसायन के अनुसार)

भक्ति शब्द की उत्पत्ति, परिभाषा और भेद (bhakti shabd ki utpatti, paribhaasha aur bhed)

★ भक्ति शब्द की व्युत्पत्ति :- • भक्ति शब्द संस्कृत के ‘भज्’ सेवायाम् धातु में ‘ क्तिन्’ प्रत्यय लगाने पर बनता है। • जिसका अर्थ ‘सेवा करना’ या ‘भजना’ है, अर्थात् श्रद्धा और प्रेमपूर्वक इष्ट देवता के प्रति आसक्ति। • “भक्ति शब्द की व्युत्पत्ति ‘भज्’ से की जा सकती है”।(भज् का अर्थ :- भाग लेना)【 मोनियर विलियम के अनुसार】 • भक्ति शब्द का ...

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