Tag Archives: डॉ. गणपति चंद्रगुप्त ने शालिभद्र सुरी हिन्दी का प्रथम कवि माना

भरतेश्वर बाहुबली रास का परिचय(जैन साहित्य की रास परपंरा का प्रथम ग्रंथ)

भरतेश्वर बाहुबली रास(जैन साहित्य की रास परपंरा का प्रथम ग्रंथ) • रचयिता – शालिभद्रसुरी (भीमदेव द्वितीय के समय पाटण में हुए थे।) • रचना समय – 1185ई. में • रचना तिथि – संवत् 1231(मुनिजिन विजय के अनुसार) • 205 छन्दों में रचित। • खंडकाव्य • वीर रस प्रधान और अंत में शांत रस • 203 कड़ियां में रचित। • शालिभद्रसुरी ...

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