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प्रयोगवादी काव्य की प्रवृत्तियां( prayogavadi kavy ki pravatiya)

* प्रयोगवाद की जन्मदात्री पत्रिका – तार सप्तक * प्रयोगवाद को सर्वाधिक प्रभावित करने वाले:- अस्तित्ववाद 1. गहन वैयक्तिकता। 2. अतिशय बौद्धिकता। 3. व्यापक अनास्था की भावना। 4. आस्था तथा भविष्य के प्रति विश्वास। 5. सामाजिक यथार्थवाद। 6. क्षणवाद। 7. श्रृंगार का उन्मुक्त चित्रण। 8. कुंठा और निराशा का चित्रण। 9. भदेस या नग्नता का चित्रण। 10. शिल्पगत वैशिष्ट्य -मुक्तक ...

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