1. बाणभट्ट के प्रमुख कथन:- • “निपुणिका बहुत अधिक सुंदर नहीं थी। उसका रंग अवश्य शेफालिका के कुसुमनाल के रंग से मिलता था परंतु उसके की सबसे बड़ी चारुता संपत्ति उसकी आंखें और अंगुलियां की थी।अंगुलियां को मैं बहुत महत्वपूर्ण सौदर्योपादान समझता हूं । नटी की प्रणामांजलि और पताक मुद्राओं को सफल बनाने में पतली छरहरी अंगुलियां अद्भुत प्रभाव डालती ...
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बाणभट्ट की आत्मकथा के पात्रों का परिचय(banbhatt ki aatmakatha ke patro ka parichay)
◆ पुरुष पात्र :- 1. बाणभट्ट :- ◆ बाणभट्ट का परिचय ◆ • मगध प्रदेश के प्रख्यात वात्स्यायन वंश से उत्पन्न हुआ था। • बाणभट्ट की पिता :- चित्रभानु भट्ट एक उद्भट पंडित • मूल नाम:- दक्ष भट्ट • चचेरा भाई का नाम :- उड्डपति • पंडित वात्स्यायन वंशी जयंत भट्ट के पौत्र • अल्पायु में ...
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