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राम काव्य की प्रवृत्तियां(ram kavy ki pravatiya)

1. राम के सगुण – साकार रूप की अर्चना। 2. सौंदर्य बोध :- नर-नारी भाव, अनुभूति,प्रकृति तथा शिल्प का। 3. नीति उपदेश प्रधानता,सद्भाव तथा सात्विकता। 4. राजनीतिक दृष्टिकोणः- रामराज्य की जनतंत्रात्मक रूप में प्रतिष्ठा। 5. मर्यादा का भाव – सामाजिक संवेदना, सामाजिक तथा परिवारिक आदर्श की स्थापना। 6. युगीन समस्याओं का निरूपण – लोक जीवन की विपत्रता का कारुणिक चित्रण। ...

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