Tag Archives: याद में उन अंगुलियों के हैं मुझे पर युग बिताने( महादेवी वर्मा का गीत ‘शलभ मैं शापमय वर हूँ’ से  छायात्मक बिम्ब)

बिम्ब विधान के उदाहरण (bimb vidhaan ke udaaharan )

🌺 बिम्ब विधान के उदाहरण 🌺   (1.) बिजली-सा झपट, खींचकर शय्या के नीचे        घुटनों से दाब दिया उसको        पंजों से गला दबोच दिया        आँखों के कटोरे से दोनो साबित गोले        कच्चे आमों की गुठली जैसे उछल गये         खाली गड्ढों से काला लहू उबल पड़ा। ( धर्मवीर भारती की रचना ‘अंधायुग’, दृश्य बिम्ब)   (2.) ...

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