Tag Archives: नारी केवल माता है और उसके उपरांत वह जो कुछ है वह एक मुराद तत्व का उपक्रम मात्र मातृत्व संसार की सबसे बड़ी साधना है सबसे बड़ी तपस्या सबसे बड़ा त्याग और सबसे महान विजय है।”
◆ महत्वपूर्ण कथन ◆ 1. होरी का कथन :- ● “जब अपनी गर्दन दूसरों के पैरों के तले दबी हो तो उन पैरों को सहलाने में कुशल है।” ● “हमारा जन्म इसलिए हुआ है कि अपना रक्त बहाए और बड़ों का घर भरे।” ● “हम लोग समझते हैं ...