? जीवनी (Biography) और आत्मकथा (Autobiography में महत्वपूर्ण अंतर ?
◆ लेखक:-
● जीवनी:- जीवनी किसी अन्य व्यक्ति द्वारा लिखी जाती है। इसमें लेखक व्यक्ति के जीवन, कार्यों और उपलब्धियों का वर्णन करता है। जबकि आत्मकथा स्वयं उस व्यक्ति द्वारा लिखी जाती है जिसके जीवन के बारे में लिखा जा रहा है। इसमें लेखक अपने जीवन की घटनाओं, अनुभवों और भावनाओं का स्वयं वर्णन करता है।
◆ दृष्टिकोण:-
● जीवनी में लेखक बाहरी दृष्टिकोण से व्यक्ति के जीवन को देखता है और उसका विश्लेषण करता है। इसमें शोध और तथ्यों पर अधिक ध्यान दिया जाता है। जबकि आत्मकथा में व्यक्ति अपने दृष्टिकोण से अपने जीवन का वर्णन करता है। इसमें व्यक्तिगत अनुभवों और भावनाओं का महत्व अधिक होता है।
◆ जानकारी का स्रोत:-
● जीवनी लिखने के लिए लेखक विभिन्न स्रोतों, जैसे कि साक्षात्कार, दस्तावेज़, पत्र और अन्य प्रकाशित सामग्री का उपयोग करता है। जबकि आत्मकथा में व्यक्ति अपने व्यक्तिगत अनुभवों, स्मृतियों और भावनाओं का उपयोग करता है। इसमें लेखक की स्मृति और दृष्टिकोण प्रमुख होते हैं।
◆ वस्तुनिष्ठता:-
● जीवनी में लेखक वस्तुनिष्ठता बनाए रखने का प्रयास करता है और व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं का संतुलित विश्लेषण करता है।
● आत्मकथा में लेखक का दृष्टिकोण और भावनाएं प्रमुख होती हैं, जिससे इसमें व्यक्तिपरकता अधिक हो सकती है।
◆ उद्देश्य:-
● जीवनी का उद्देश्य किसी व्यक्ति के जीवन और कार्यों का विस्तृत और निष्पक्ष चित्रण प्रस्तुत करना होता है। जबकि आत्मकथा का उद्देश्य लेखक के व्यक्तिगत अनुभवों, संघर्षों और सफलताओं को साझा करना होता है, जिससे पाठक उनके जीवन के आंतरिक पहलुओं को समझ सकें।
◆ उदाहरण:-
●जीवनी(jeevanee)परिभाषा,विशेषताऐं और प्रमुख जीवनी
● आत्मकथा की परिभाषा और विशेषता एवं प्रमुख आत्मकथा की short trick
जीवनी और आत्मकथा दोनों ही साहित्यिक विधाएँ हैं जो व्यक्ति के जीवन को प्रस्तुत करती हैं। जीवनी में बाहरी दृष्टिकोण और शोध पर अधिक ध्यान दिया जाता है, जबकि आत्मकथा में व्यक्तिगत अनुभवों और भावनाओं का विशेष महत्व होता है। दोनों विधाएँ पाठकों को व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करती हैं।
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