? गांधी जी पर लिखी गई कविताएं?
1. तुम कागज पर लिखते हो :- भवानी प्रसाद मिश्र
” सूरत कातते थे गांधीजी
कपड़ा बुनते थे,
और कपास जुलाहों के जैसा ही
धुनते थे ।“
2. युगावतार गांधी :- सोहनलाल द्विवेदी
“चल पड़े जिधर दो डग मग में
चल पड़े कोटि पग उसी और ।
3.प्यारे बापू :- सियारामशरण गुप्त
” हम हैं एक सिखाते बापू
है आजादी लाए बापू“
4.गांधीजी के चित्र को देखकर:- केदारनाथ अग्रवाल
” दुख से दूर पहुंचकर गांधी
सुख से मौन खड़े हो
मरते – खपते इंसानों के
इस भारत में तुम्ही ही बड़े हो।”
5. गांधीजी के प्रति :- मुकुटधर पांडेय
“तुम शुद्ध बुद्ध की परंपरा में आये
मानव थे ऐसे, देख कि देव लजाये।”
6. बापू :- रामधारी सिंह दिनकर
” जो कुछ था देय, दिया तुमने सब लेकर भी,
हम हाथ पसारे हुए खड़े हैं आशा में,
लेकिन छीटों के आगे जीभ नहीं खुलती,
बेबसी बोलती है आंसू की भाषा में।“
7. बापू :- सुमित्रानंदन पंत
” चरमोन्नत जग में जब कि आज विज्ञान ज्ञान,
बहु भौतिक साधन, यंत्र यान, वैभव महान,
सेवक है विद्युत वाष्प शक्ति धन बल नितांत,
फिर क्यों जग में उत्पीड़िन ? जीवन यों अशांत?
8. बापू के प्रति :- सुमित्रानंदन पंत
“ तुम मांस तुम्ही हो रक्त – अस्थि,
निर्मित जिनमें नवयुग का तन,
तुम धन्य ! तुम्हारा नि: स्व- त्याग
है विश्व – भोग का वर साधन।
9.बापू काव्य संग्रह से – दिनकर
संसार पूजता जिन्हें तिलक ,रोली, फूलों के हारों से
संसार पूजता जिन्हें तिलक रोली, फूलों के हारों से मैं उन्हें पूजता आया हूं बापू । अब.तक अंगारों से ।“